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राजस्थान में कर्नाटक मॉडल पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस, सितंबर के अंत में प्रत्याशियों की पहली सूची होगी जारी

कांग्रेस राजस्थान में विधानसभा चुनाव कर्नाटक मॉडल पर लड़ेगी। कांग्रेस की रणनीति सितंबर के अंतिम सप्ताह या अक्टूबर के पहले सप्ताह में दो सौ में से एक सौ सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित करने की है। टिकट तय करने का फार्मूला जीताऊ और टिकाऊ होगा। साथ ही राष्ट्रीय व प्रदेश के नेताओं के जिलों के दौरों का सिलसिला इस महीने से ही तेज होगा।

By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Fri, 11 Aug 2023 10:49 PM (IST)
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राजस्थान चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपने नेताओं के साथ बैठक की। (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, जयपुर। कांग्रेस राजस्थान में विधानसभा चुनाव कर्नाटक मॉडल पर लड़ेगी। कांग्रेस की रणनीति सितंबर के अंतिम सप्ताह या अक्टूबर के पहले सप्ताह में दो सौ में से एक सौ सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित करने की है। टिकट तय करने का फार्मूला जीताऊ और टिकाऊ होगा। साथ ही राष्ट्रीय व प्रदेश के नेताओं के जिलों के दौरों का सिलसिला इस महीने से ही तेज होगा। कांग्रेस चुनाव अभियान सितंबर के अंत में प्रारंभ करेगी।

चुनाव को लेकर कांग्रेस की बैठक

शुक्रवार को जयपुर में हुई प्रदेश राजनीतिक मामलों की समिति और लोकसभा क्षेत्रों के पर्यवेक्षकों की बैठक में चुनावी रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव के. सी वेणुगोपाल और चुनाव के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक मधुसूदन मिस्त्री ने आलाकमान का संदेश प्रदेश के नेताओं को दिया है।

वेणुगोपाल और मिस्त्री ने प्रदेश के नेताओं को एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतरने और नीचले स्तर के कार्यकर्ताओं को सम्मान देने के लिए कहा है। कार्यकर्ताओं को चुनाव मैदान में उतरने के लिए अभी से तैयार करने को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई। बैठक में तय किया गया कि प्रदेश से संबंधित सभी फैसले राजनीतिक मामलों की समिति लेगी। समिति की अगली बैठक 18 अगस्त को होगी।

सब मिलकर चुनाव लड़ेंगेः गहलोत

बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कर्नाटक मॉडल पर राजस्थान में विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। टिकट तय करने का काम इस बार जल्द प्रारंभ होगा। सितंबर अंत या अक्टूबर के पहले सप्ताह तक कैसे टिकट तय करें यह प्रयास रहेगा।

उन्होंने कहा कि टिकट तय करने से पहले प्रदेश चुनाव समिति के सदस्य और पर्यवेक्षक क्षेत्रों में जाकर कार्यकर्ताओं की राय लेंगे। प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, टिकट वितरण में जिताऊ और टिकाऊ का फॉर्मूला होगा। क्षेत्र में काम के आधार पर उम्मीदवार जिताऊ होगा, उसे टिकट दिया जाएगा। सभी नेता एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतरेंगे। चुनाव प्रचार को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई।

बैठक में कई नेता हुए शामिल

कांग्रेस वार रूम में हुई बैठक से पहले वेणुगोपाल ने गहलोत से अलग से चर्चा की। राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक में वेणुगोपाल, रंधावा, गहलोत, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र सिंह, कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य रघुवीर मीणा सहित 35 नेता शामिल हुए। समिति में प्रदेश के 16 मंत्री भी सदस्य हैं। 25 लोकसभा क्षेत्रों के पर्यवेक्षकों की बैठक में मिस्त्री, रंधावा और डोटासरा शामिल हुए ।

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