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पाला बदलने वाले कांग्रेस पार्षदों को गो-मूत्र पिलाने के मामले पर विवाद, हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी पार्टी

राजस्थान की राजधानी जयपुर के नगर निगम हेरिटेज में कार्यवाहक महापौर के कार्यभार ग्रहण के दौरान गत 26 सितंबर को पाला बदलकर भाजपा को समर्थन देने वाले कांग्रेस के पार्षदों को गो-मूत्र पिलाकर और गंगाजल छिड़ककर शुद्धीकरण करने का मामला तूल पकड़ रहा है। कांग्रेस ने इस पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है। कांग्रेस की महापौर को भाजपा सरकार ने पिछले दिनों निलंबित कर दिया था।

By Jagran News Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Sun, 29 Sep 2024 10:03 PM (IST)
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कांग्रेस पार्षदों को गो-मूत्र पिलाने के मामले पर विवाद

जागरण संवाददाता, जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर के नगर निगम हेरिटेज में कार्यवाहक महापौर के कार्यभार ग्रहण के दौरान गत 26 सितंबर को पाला बदलकर भाजपा को समर्थन देने वाले कांग्रेस के पार्षदों को गो-मूत्र पिलाकर और गंगाजल छिड़ककर शुद्धीकरण करने का मामला तूल पकड़ रहा है। कांग्रेस ने इस पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है और रविवार को बैठक कर इस मामले में उच्च न्यायालय में अपील करने का निर्णय किया है।

भ्रष्टाचार के मामले में कांग्रेस की महापौर को भाजपा सरकार ने पिछले दिनों निलंबित कर दिया था। फिर कुसुम यादव को कार्यवाहक महापौर बनाया गया। एक सौ सदस्यों के निगम बोर्ड में भाजपा का बहुमत नहीं था तो आठ कांग्रेसी पार्षदों, जिनमें एक मुस्लिम समाज के भी पार्षद हैं ने समर्थन दिया।

सात हिंदू पार्षद पहुंचे निगम

यादव के कार्यभार ग्रहण करने के मौके पर सात हिंदू पार्षद निगम पहुंचे तो उन पर गंगाजल छिड़का गया व गोमूत्र पिलाया गया। इस घटनाक्रम के बाद शनिवार को जयपुर शहर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष आरआर तिवाड़ी ने आठों पार्षदों को पार्टी से निष्कासित कर दिया, जबकि रविवार को इसी मुद्दे पर पार्टी की बैठक बुला ली।

तिवाड़ी ने कहा कि गंगाजल और गोमूत्र वैसे तो हिंदू समाज के लिए पूजनीय हैं, फिर भी ऐसा कर पार्षदों और हिंदू समाज का अपमान किया गया है। उधर, भाजपा विधायक बालमुकुंदाचार्य का कहना है कि गंगाजल से शुद्धि कर अशुद्धि को निकाला गया है।

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