पायलट के ताजा बयान के बावजूद कांग्रेस के रुख में बदलाव नहीं, शीर्ष नेतृत्व की सभी मुद्दों पर हो चुकी है चर्चा
राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रही रस्साकसी को भले ही कांग्रेस पार्टी ने पिछले दिनों शीर्ष स्तर पर सुलझाने का दावा किया है लेकिन पायलट की ओर से पुराने मुद्दों को नए सिरे से उठाने के बाद संशय गहरा गया है। File Photo
By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Thu, 01 Jun 2023 10:30 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रही रस्साकसी को भले ही कांग्रेस पार्टी ने पिछले दिनों शीर्ष स्तर पर सुलझाने का दावा किया है, लेकिन पायलट की ओर से पुराने मुद्दों को नए सिरे से उठाने के बाद संशय गहरा गया है।
कांग्रेस का इरादा साफ
हालांकि, कांग्रेस ने इस पर कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन यह साफ किया है कि पार्टी सबसे ऊपर है और राजस्थान में सभी मिलकर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे भी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महासचिव जयराम रमेश ने पायलट के ताजा बयानों पर फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन यह कहा कि पार्टी ने पिछले दिनों ही अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी की मौजूदगी में इन दोनों नेताओं के साथ चर्चा की है।
शीर्ष नेतृत्व के साथ हो चुकी है चर्चा
इसमें सभी विवादों को भूलकर पार्टी को जिताने के लिए काम करने को लेकर सभी में सहमति बनी है। वैसे भी पार्टी सुप्रीम है। सूत्रों की मानें तो पार्टी जल्द ही दोनों नेताओं के बीच चल रही रस्साकसी को खत्म करने की तैयारी में है।
यही वजह है कि दोनों के बीच के सभी मुद्दों को चिह्नित कर लिया गया है। इसको लेकर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। पार्टी का वैसे भी मानना है कि दोनों नेताओं के बीच इस तरह की खींचतान के रहते हुए चुनाव में जाना ठीक नहीं होगा। ऐसे में चुनाव से पहले इनके बीच सहमति जरूरी है।