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Rajasthan Crime : प्रसव के दौरान महिला की मौत के बाद चिकित्सक ने आत्महत्या की

राजस्थान के दौसा जिले का मामला। मंगलवार सुबह तक अस्पताल के बाहर प्रदर्शन। हत्या का केस भी लालसोट पुलिस थाने में दर्ज। लालसोट पुलिस थाना अधिकारी अंकेश चौधरी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है । पोस्टमार्टम करवाकर शव स्वजनों को सौंप दिया।

By Vijay KumarEdited By: Updated: Tue, 29 Mar 2022 08:49 PM (IST)
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आवाज लगाई तो कोई आवाज नहीं आई। धक्का देकर दरवाजा खोला तो डॉ. अर्चना फंदे पर लटकी मिली ।
जागरण संवाददाता, जयपुर : राजस्थान में दौसा जिले के लालसोट कस्बे में प्रसव के दौरान एक महिला की मौत के बाद निजी अस्पताल की महिला चिकित्सक ने आत्महत्या कर ली । प्रसव के दौरान महिला की मौत होने से नाराज उसके स्वजन अस्पताल के बाहर हंगामा कर रहे थे । चिकित्सक के खिलाफ पुलिस में हत्या का केस दर्ज करवाया गया था। इससे चिकित्सक मानसिक अवसाद में आ गई और मंगलवार को उसने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली ।

मंगलवार सुबह तक अस्पताल के बाहर प्रदर्शन

जानकारी के अनुसार मृतक डॉ. अर्चना शर्मा और उसके पति डॉ.सुनीत उपाध्याय का लालसोट में आन्नद अस्पताल है। पास के ही गांव खेमावास निवासी लालूराम बैरवा की पत्नी आशा को प्रसव के लिए सोमवार को अस्पताल में लाया गया था । दोपहर में प्रसव के दौरान आशा की मौत हो गई। नवजात सकुशल है। आशा के स्वजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर मंगलवार सुबह तक अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया।

हत्या का केस भी लालसोट पुलिस थाने में दर्ज

डॉ.अर्चना के खिलाफ हत्या का केस भी लालसोट पुलिस थाने में दर्ज करवा दिया । इससे वह मानसिक अवसाद में आ गई और आत्महत्या कर ली। दोनों पति-पत्नी पिछले आठ साल से अस्पताल चला रहे हैं। आत्महत्या करने से पहले डॉ.अर्चना ने पुलिस को बताया कि प्रसव के दौरान ज्यादा खून बहने से आशा की मौत हुई है।

पोस्टमार्टम करवाकर शव स्वजनों को सौंप दिया

चिकित्सक की स्वजन वंदना शर्मा ने बताया कि वह मंगलवार सुबह करीब 11 बजे तीसरी मंजिल पर स्थित डॉक्टर डॉ. अर्चना के पास गई तो कमरे का दरवाजा बंद था। दरवाजा खटखटाया और आवाज लगाई तो अन्दर से कोई आवाज नहीं आई । इस पर उसने डॉ.सुनीत को बताया । उन्होंने जोर से धक्का देकर दरवाजा खोला तो डॉ.अर्चना फंदे पर लटकी हुई मिली । लालसोट पुलिस थाना अधिकारी अंकेश चौधरी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है । पोस्टमार्टम करवाकर शव स्वजनों को सौंप दिया है।

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दौसा में डॉ. अर्चना शर्मा की आत्महत्या की घटना बेहद दुखद है। हम सभी डॉक्टरों को भगवान का दर्जा देते हैं। हर डॉक्टर मरीज की जान बचाने के लिए अपना पूरा प्रयास करता है परन्तु कोई भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना होते ही डॉक्टर पर आरोप लगाना न्यायोचित नहीं है। अगर इस तरह डॉक्टरों को डराया जाएगा तो वे निश्चिन्त होकर अपना काम कैसे कर पाएंगे। 1/2
- Ashok Gehlot (@gehlotashok) 30 Mar 2022

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