सीमापार से तस्करी और घुसपैठ रोकने के लिए ड्रोन और AI प्रणाली होगी लागू, अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट सड़कों पर लगेंगे CCTV कैमरे
अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिससीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और अन्य एजेंसियों के उच्च अधिकारियों की बैठक नियमित तौर पर होगी। सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ाने और मादक पदार्थाों की तस्करी रोकने के लिए जयपुर स्थित शासन सचिवालय में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक हुई्। भारत-पाकिस्तान सीमा से घुसपैठ को रोकने के लिए सुरक्षा व खुफिया से जुड़ी सभी एजेंसियां सक्रिय रहेंगी।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में भारत-पाकिस्तान सीमा से सटी सड़कों पर अब सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे । पाकिस्तान की तरफ से राजस्थान के जिलों में होने वाली तस्करी पर काबू पाने के लिए सीमावर्ती क्षेत्र में एंटी ड्रोन सिस्टम और डेटा विश्वलेषण के लिए एआई उपकरणों का उपयोग किया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस,सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और अन्य एजेंसियों के उच्च अधिकारियों की बैठक नियमित तौर पर होगी। सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ाने और मादक पदार्थाों की तस्करी रोकने के लिए जयपुर स्थित शासन सचिवालय में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक हुई्। बैठक में मुख्य सचिव सुधांश पंत ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे प्रदेश के बाड़मेर,जैसलमेर, श्रीगंगानगर, बीकानेर व अनूपगढ़ जिलों की सड़कोें और भारतमाला-दो परियोजना के जहत सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
सुरक्षा व खुफिया से जुड़ी सभी एजेंसियां सक्रिय
भारत-पाकिस्तान सीमा से घुसपैठ को रोकने के लिए सुरक्षा व खुफिया से जुड़ी सभी एजेंसियां सक्रिय रहेंगी।घुसपैठ और तस्करी की सूचना सभी एजेंसियों को दी जाएगी, जिससे जल्द कार्रवाई की जा सके। पंत ने सीमावर्ती जिलों में ड्रोन के माध्यम से तस्करी को रोकने के लिए एंटी ड्रोन सिस्टम व डेटा विश्लेषण के लिए एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं।
सीमापार से तस्करी की घटनाओं में हुई बढ़ोतरी
दरअसल,पिछले कुछ समय से सीमापार से ड्र्रोन से मादक पदार्थों की तस्करी की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। पाकिस्तान से सटी प्रदेश की 1070 किलोमीटर लंबी सीमा के निकट अधिक सुरक्षा बढ़ाई जाएगी। सीमावर्ती क्षेत्रों में जमीन की खरीद-फरोख्त पर निगरानी के लिए विशेष जोर दिया जाएगा।
अवैध प्रवासियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
महानिदेशक (इंटेलिजेंस)संजय अग्रवाल ने अंतरराष्ट्रीय सीमा में घुसपैठ रोकने के लिए अवैध प्रवासियों को भारतीय पहचान दसतवेज जारी करने वाले नेटवर्क की पहचान कर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने साइबर स्पेस में हानिकारक सामग्री की पहचान और उसको रोकने के लिए उपकरण विकसित करने पर जोर दिया।