राजस्थान: योजना भवन में मिले करोड़ों रुपये कैश और गोल्ड, DOIT अधिकारी को उठाकर ले गई ईडी
Rajasthan News कुछ महीने पहले जयपुर में स्थित योजना भवन की इमारात में करोड़ों रुपये कैश और गोल्ड मिला था। ईडी ने इस मामले में डीओआईटी के निलंबित संयुक्त निदेशक वेदप्रकाश को उठाया था। पूछताछ के बाद वेदप्रकाश को गिरफ्तार कर लिया गया है। ईडी से पहले एसीबी ने भी उसे गिरफ्तार किया था। वेद प्रकाश की अलमारी से कैश और गोल्ड मिला था।
जयपुर, जागरण संवाददाता। जयपुर में स्थित राज्य सरकार के योजना भवन में मिले कैश और गोल्ड के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम सक्रिय हो गई है। ईडी की टीम ने मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। ईडी आरोपी वेदप्रकाश को जयपुर स्थित अपने दफ्तर में ले गई है। पूछताछ के बाद वेद प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया गया है। कैश और गोल्ड वेद प्रकाश की अलमारी में मिला था।
जानकारी के अनुसार ईडी की टीम ने देर रात राज्य सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीओआईटी) के दो ठिकानों पर दबिश देकर जांच प्रारंभ की। ईडी को आशंका है कि पैसा और सोना किसी वरिष्ठ अधिकारी या फिर राजनेता का है। ईडी को इस बात की भी आशंका है कि वेदप्रकाश को मोहरे के तौर पर इस्तेमाल कर उसकी अलमारी का इस्तेमाल हुआ है।
डीओआईटी का निलंबित संयुक्त निदेशक है वेद प्रकाश
जानकारी के अनुसार ईडी ने पिछले तीन साल में डीओआईटी में हुए महत्वपूर्ण फैसलों व खरीद की जानकारी मांगी है। इस मामले की जांच राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) भी कर रही है। वेद प्रकाश से पूछताछ में ईडी को इस मामले में कई महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है। वेद प्रकाश डीओआईटी का निलंबित संयुक्त निदेशक है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि जयपुर में योजना भवन के तहखाने में बंद अलवरी में से 20 मई 2023 को एसीबी ने 2.31 करोड़ रुपये कैश बरामद किए थे। इसके अलावा एक किलो सोना भी बरामद हुआ था। सोने की सिल्ली पर मेड इन स्विट्जरलैंड लिखा था। सोने की कीमत करीब 62 लाख बताई जा रही है। एसीबी ने जांच करते हुए वेद प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया था। फिलहाल वह जमानत पर चल रहा था। अब बुधवार देर रात ईडी की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
सीसीटीवी फुटेज में दिखा वेदप्रकाश
जांच के दौरान तहखाने में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज में वेद प्रकाश को सुटकेस रखते देखा गया था। एसीबी ने वेदप्रकाश को 23 मई को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था, जहां से उसे जेल भेज दिया गया था। कुछ समय पहले ही वह जमानत पर जेल से बाहर आया था।