राजस्थान में 'जल जीवन मिशन' में 20 हजार करोड़ रुपये का घोटाला? ईडी ने जयपुर समेत कई जगहों पर की छापेमारी
ईडी ने शुक्रवार को जयपुर समेत राजस्थान के कई शहरों में छापेमारी की। यह छापेमारी PMLA के तहत इंजीनियरों ठेकेदारों और कुछ पूर्व अधिकारियों के यहां की जा रही है। ईडी ने अब तक कुछ दस्तावेज और गैजेट बरामद किए हैं। भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने जल जीवन मिशन में 20 हजार करोड़ रुपये का घोटाला होने का आरोप लगाया था।
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Fri, 01 Sep 2023 02:14 PM (IST)
जयपुर, पीटीआई। राजस्थान (Rajasthan) में जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) में हुए घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने शुक्रवार को कई शहरों में छापेमारी की। यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) जांच के तहत की गई।
जयपुर-अलवर समेत कई शहरों में छापेमारी
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने आधिकारिक सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि राजधानी जयपुर समेत अलवर और कुछ अन्य शहरों में इंजीनियरों, ठेकेदारों और कुछ पूर्व अधिकारियों के कई परिसरों की तलाशी ली जा रही है।
दस्तावेज और गैजेट बरामद
पीटीआई के मुताबिक, यह तलाशी प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के प्रावधानों के तहत की जा रही है। ईडी ने अब तक कुछ दस्तावेज और गैजेट बरामद किए हैं।भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने लगाया आरोप
दरअसल, मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला पुलिस की एफआईआर के बाद सामने आया है। भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने जून में राजस्थान में 'जल जीवन मिशन' में 20 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया था।
मंत्री और सचिव ने मिलकर किया घोटाला: मीणा
मीणा ने कहा था कि योजना की 48 परियोजनाओं में फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर दो फर्मों को 900 करोड़ रुपये के टेंडर जारी किए गए थे। उन्होंने कहा कि केंद्र के जल जीवन मिशन के तहत 20 हजार करोड़ रुपये का घोटाला पीएचईडी मंत्री और विभाग सचिव ने मिलकर किया।जल जीवन मिशन का क्या है उद्देश्य?
बता दें कि 'जल जीवन मिशन' का उद्देश्य घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना है। इसे राज्य सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग (PHED) द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।
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