'चुनाव आयोग की भाषा राजनीतिक दल जैसी', अशोक गहलोत ने खरगे का जिक्र कर EC पर साधा निशाना
गहलोत ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि चुनाव आयोग पार्टियों के बीच हो रहे आंतरिक वार्तालाप पर तो प्रतिक्रिया दे रहा है। लेकिन चुनाव आयोग में विपक्षी दलों द्वारा दी गइ्र शिकायतों पर संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने 20 से अधिक शिकायतें दर्ज करवाई है लेकिन उन पर नोटिस तक जारी नहीं हुए हैं।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनाव आयोग पर निशाना साधा है। गहलोत ने इंटरनेट मीडिया पर कहा,कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों को लिखे गए पत्र पर चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया पूर्णत:अनुचित एवं अनचाही है।
खरगे द्वारा उठाए गए जायज सवालों पर आए चुनाव आयोग के इस पत्र की भाषणा एक सवैंधानिक संस्थान से ज्यादा राजनीतिक दल की लग रही है। चुनाव आयोग अपनी जिम्मेदारी से काम करने की बजाय इस चुनाव में एक पक्ष के साथ खड़ा दिखाई दे रहा है, जो आमजन के मन में शंकाए पैदा कर रहा है। यह चुनाव आयोग की छवि के लिए उचित नहीं है।
गहलोत ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि चुनाव आयोग पार्टियों के बीच हो रहे आंतरिक वार्तालाप पर तो प्रतिक्रिया दे रहा है। लेकिन चुनाव आयोग में विपक्षी दलों द्वारा दी गइ्र शिकायतों पर संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने 20 से अधिक शिकायतें दर्ज करवाई है, लेकिन उन पर नोटिस तक जारी नहीं हुए हैं।
गहलोत के विशेषाधिकारी ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री रहते हुए गहलोत के विशेषाधिकारी रहे लोकेश शर्मा ने रविवार को सोशल मीडिया 'एक्स' पर लिखा कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में खुद की हार को क्लीन चीट देते हुए गहलोत ने भाजपा के झूठे प्रोपेगेंडा और इलेक्टोरल बॉन्ड को जिम्मेदार बताया।
सरकारी खजानें को खाली कर चलाई गई भारी भरकम योजनाएं सारी जादूगरी, रणनीति, कथित कुशल प्रबंधन, 25 सितंबर को आलाकमान की अवमाना के बाद पूरी मनमानी के साथ एकतरफा निर्णय लेते हुए सरकार रिपीट करने का दावा और पूरी खुद के चेहरे पर एकतरफ चुनाव अभियान, फिर जिम्मेदार भाजपा को बताकर झूठा प्रोपेगेंडा किया गया। प्रदेश अध्यक्ष को बेवकूफ और प्रभारी को मुख्यमंत्री निवास में डिनर का भूखा और राजनीति नहीं समझने वाला व्यक्ति बोलते हुए मनमानी कर अपने निर्णय थोपे तो हार की जिम्मेदारी भी खुद लो।
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