Rajasthan: किसानों ने भाजपा नेता से की मारपीट, कपड़े फाड़े; पुलिस ने किया लाठीचार्ज
Rajasthan श्रीगंगानगर में कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश मेघवाल के साथ मारपीट की। उग्र किसानों ने मेघवाल के कपड़े फाड़ दिए। किसानों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
By Sachin Kumar MishraEdited By: Updated: Fri, 30 Jul 2021 09:22 PM (IST)
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के श्रीगंगानगर में कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश मेघवाल के साथ मारपीट की। उग्र किसानों ने मेघवाल के कपड़े फाड़ दिए। किसानों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। मेघवाल शुक्रवार को महंगाई और सिंचाई को लेकर भाजपा की जिला इकाई द्वारा आयोजित विरोध-प्रदर्शन में शामिल होने श्रीगंगानगर पहुंचे थे। मेघवाल जैसे ही श्रीगंगानगर के महाराजा गंगा सिंह चौक पर पहुंचे तो वहां मौजूद किसान उग्र हो गए। किसानों ने अचानक मेघवाल पर हमला बोल दिया, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। हंगामा बढ़ा तो पुलिस मौके पर पहुंची और मेघवाल को किसानों के कब्जे से छुड़वाया। पुलिस के अनुसार, किसान के प्रदर्शन का माहौल बिगाड़ने के लिए जा रहे थे।
इसी बीच, उन्होंने मेघवाल को देख लिया और उन पर हमला बोल दिया। किसान तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। पुलिस के अनुसार, किसानों की योजना थी कि भाजपा के विरोध-प्रदर्शन में पहुंचकर कृषि कानूनों के खिलाफ हंगामा किया जाए, लेकिन इससे पहले ही उन्होंने मेघवाल पर हमला बोल दिया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मेघवाल पर हमले की निंदा की है। पूनिया ने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह खराब हो गई। उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह भाजपा नेता और पूर्व विधायक प्रेम सिंह बाजोर पर किसानों ने हमला किया था। बाजोर सीकर से दिल्ली जा रहे थे कि शाहजहांपुर में किसानों ने उन्हें रोक लिया। बाजोर के कपड़े फाड़ने के साथ ही मारपीट की गई थी।
गौरतलब है कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ करीब आठ माह से चल रहे किसान संगठनों के आंदोलन की वजह से बंद टीकरी बार्डर को खुलवाने के लिए अब यहां के उद्यमी एकजुट हो गए हैं। आठ माह से परेशानी झेल रहे उद्यमियों की पीड़ा वीरवार को बाहर निकल आई और उद्यमियों ने वीरवार को एमआइई के पास स्थित पंडित श्रीराम मेट्रो स्टेशन के नीचे इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया और टीकरी बार्डर खुलवाने की मांग की। 50 से अधिक उद्यमियों ने यहां पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की तथा मौके पर पहुंचे एसडीएम हितेंद्र शर्मा को सीएम के नाम ज्ञापन भी दिया।
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