गैंगस्टर लॉरेंस ने जयपुर जेल से दिया टीवी इंटरव्यू, जूम ऐप से जुड़ा था; पंजाब पुलिस की जांच में बड़े खुलासे
कुख्यात गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई ने जयपुर सेंट्रल जेल में बंद रहने के दौरान ही जूम एप के जरिये एक टीवी चैनल से जुड़कर साक्षात्कार दिया था। मामले की जांच के बाद पंजाब एसआइटी की टीम ने राजस्थान पुलिस को इसके सबूत दिए हैं। इसके बाद शनिवार को जयपुर के लालकोठी थाने में मामला दर्ज किया गया है। दरअसल मार्च 2023 में लारेंस के दो साक्षात्कार सामने आए थे।
जागरण संवाददाता, जयपुर: कुख्यात गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई ने जयपुर सेंट्रल जेल में बंद रहने के दौरान ही जूम एप के जरिये एक टीवी चैनल से जुड़कर साक्षात्कार दिया था। मामले की जांच के बाद पंजाब एसआइटी की टीम ने राजस्थान पुलिस को इसके सबूत दिए हैं।
इसके बाद शनिवार को जयपुर के लालकोठी थाने में मामला दर्ज किया गया है। दरअसल, मार्च 2023 में लारेंस के दो साक्षात्कार सामने आए थे। न्यायालय के आदेश पर पंजाब पुलिस ने पहली एफआइआर दिसंबर 2023 और दूसरी जनवरी 2024 में दर्ज की थी।
जयपुर सेंट्रल जेल में बंद था लारेंस
एसआइटी ने सुनवाई के दौरान पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय में एक साक्षात्कार में राजस्थान की किसी जेल से होने की बात कही थी।
जनवरी 2024 की एफआइआर की जांच में पता चला था कि साक्षात्कार के दौरान लारेंस जयपुर सेंट्रल जेल में बंद था। अगस्त 2024 में उच्च न्यायालय ने एसआइटी प्रमुख प्रबोध कुमार को राजस्थान के पुलिस महानिदेशक को इसके सबूत देने का निर्देश दिया। जांच के मुताबिक जयपुर के जी क्लब फायरिंग मामले में जवाहर सर्किल थाना पुलिस लारेंस को 15 फरवरी को जयपुर लाई थी। यहां लारेंस को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये न्यायालय में पेश किया गया।
16 दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंपा
न्यायालय ने उसे 16 दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया। लॉरेंस दो मार्च तक थाना पुलिस की हिरासत में था। फिर उसे जयपुर सेंट्रल जेल भेज दिया गया। बठिंडा जेल में शिफ्ट होने के बाद 14 और 17 मार्च को एक निजी टीवी चैनल पर लारेंस के दो साक्षात्कार प्रसारित हुए। इसके बाद न्यायालय के निर्देश पर एसआइटी गठित की गई। साक्षात्कार में लारेंस ने सिद्धू मुसेवाला की हत्या करवाने की बात स्वीकार की थी। अब जयपुर पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।