IT Raid: उदयपुर में कारोबारी समूहों पर आयकर विभाग के छापे, 170 करोड़ की अघोषित संपत्ति मिली
IT Raid आयकर विभाग की उदयपुर में एक्मे और अंकुश रियल एस्टेट से जुडे़ कारोबारियों के यहां सर्चिंग चौथे दिन भी जारी रही। अब तक इन समूहों के यहां 170 करोड़ रुपये से ज्यादा की अघोषित संपत्ति व 14 किलो सोने के जेवरात का पता चला है।
By Jagran NewsEdited By: Sachin Kumar MishraUpdated: Sat, 26 Nov 2022 05:49 PM (IST)
उदयपुर, संवाद सूत्र। IT Raid: आयकर विभाग की उदयपुर (Udaipur) में एक्मे और अंकुश रियल एस्टेट से जुडे़ कारोबारियों के यहां सर्चिंग चौथे दिन भी जारी रही। अब तक इन समूहों के यहां 170 करोड़ रुपये से ज्यादा की अघोषित संपत्ति, 14 किलो सोने के जेवरात के अलावा उदयपुर में एक दर्जन से अधिक रिसोर्ट में भागीदारी के अलावा अठारह लाकर्स का पता चला है। उनके 37 ठिकानों में से अभी भी बीस ठिकानों पर सर्चिंग कार्रवाई जारी है। आयकर टीम दोनों रियल एस्टेट से जुडे़ पार्टनरर्स पूछताछ कर रही है।
20 ठिकानों पर हुई सर्चिंग
शनिवार को एक्मे और अंकुश रियल एस्टेट के 20 ठिकानों पर सर्चिंग जारी रही। इससे पहले उनके उदयपुर के 35 तथा मुंबई के दो ठिकानों पर सर्चिंग चल रही थी। आयकर अधिकारी इनइ कारोबारियों के स्टेटमेंट रिकार्ड कर रही है। यह कार्रवाई अब एक या दो दिनों में पूरी हो सकती है।
एक कारोबारी की तबियत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती
शनिवार को एक्मे ग्रुप के कारोबारी पंकज जैन की तबियत खराब हो गई। उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां भर्ती कर लिया गया। अब उसके वहां से डिस्चार्ज होने पर स्टेटमेंट रिकार्ड किया जाएगा।बुधवार से जारी है सर्चिंग
उदयपुर के एक्मे तथा अंकुश रियल एस्टेट कारेाबारी रमेश जैन, पंकज जैन तथा कालूलाल जैन के ठिकानों पर बुधवार से ही जयपुर से आई आयकर विभग की टीमें कार्रवाई कर रही है। इनमें सौ से अधिक आयकर अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं। इस कार्रवाई में राजस्थान के कई शहरों के साथ ही मुंबई के कई बड़े प्रोजेक्ट में इन्वेस्टमेंट से जुड़े दस्तावेज इनकम टैक्स के हाथ लगे हैं। कारोबारी कालूलाल जैन और उसके सहयोगियों 17 से ज्यादा लाकर अघोषित लाकर भी मिले हैं। अब तक की ज्यादातर अघोषित संपत्ति पंकज जैन की मिली है। बताया जा रहा है कि उदयपुर में इन ग्रुप के पास एक हजार करोड़ से ज्यादा की प्रापर्टी हैं।
जानें, कहां-कितनी है संपत्ति
उदयपुर के सवीना में रहने वाले कालूलाल जैन की शहर के आस-पास ही 500 करोड़ रुपये से ज्यादा की जमीन है। कालूलाल की काया, बलीचा, तितरडी, नेला में प्रापर्टी है। ऋषभदेव में दो मार्बल माइंस और क्रेशर गिट्टी के प्लांट भी है। वहीं, निर्मल जैन और रमेश जैन का उदयपुर में हाउसिंग फाइनेंस का काम ज्यादा है। निर्मल की सवीना में एक्मे रियल एस्टेट का कारोबार है। नेला में उनकी सर्वाधिक जमीन है।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।