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Indo-France Bilateral Exercise: जोधपुर के आसमान में खूब गरजे फाइटर विमान, वायुसेना प्रमुखों ने भी भरी उड़ान

Indo-France Bilateral Exercise जोधपुर एयरबेस पर भारत और फ्रांस के विमान खूब गरजे। यहां दोनोंं देशों की वायु सेनाओं के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास चल रहा है। भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने राफेल और फ्रांसीसी एयरफोर्स फ्रेंच आर्मी एयर के चीफ जनरल स्टीफन ने उड़ान भरी।

By AgencyEdited By: Sachin Kumar MishraUpdated: Tue, 08 Nov 2022 04:52 PM (IST)
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जोधपुर के आसमान में गरजे राफेल और सुखोई। फोटो एएफपी
जोधपुर, संवाद सूत्र। Indo-France Bilateral Exercise: देश की पश्चिमी सीमा से सटे जोधपुर एयरबेस पर मंगलवार को भारत और फ्रांस के विमान खूब गरजे। जोधपुर में दोनोंं देशों की वायु सेनाओं के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास गरुड़ 7 चल रहा है। इसके तहत जोधपुर एयरबेस पर भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने राफेल और फ्रांसीसी एयरफोर्स फ्रेंच आर्मी एयर के चीफ जनरल स्टीफन ने सुखोई में को पायलट के तौर पर उड़ान भरी।

भारत और फ्रांस के वायुसेना प्रमुख। फोटो जागरण

फाइटर उड़ाए

जोधपुर में यह दूसरा मौका है, जब इस एयरबेस पर गरुड़ युद्धाभ्यास के दौरान दोनों देशों के चीफ ने एक-दूसरे के फाइटर उड़ाए। इससे पहले साल 2014 में गरुड़ के पांचवें संस्करण के दौरान भारतीय वायुसेना के तत्कालीन चीफ अरुप राहा और फांसीसी चीफ डेनिस मेर्सियर ने उड़ान भरी थी। दोनों देशों के एयर चीफ ने भी फाइटर जेट्स में करीब एक घंटे तक उड़ान भरी।

इन्होंने भरी उड़ान

इसके साथ ही कई अन्य एक्सरसाइज भी दोनों देशों के वायु सैनिकों के द्वारा यहां देखने को मिली, जिसमें हवा में फ्यूल से भरने से लेकर वेपन सिस्टम के नए सिरे से यूज करने की प्रैक्टिस की गई। मंगलवार को एक साथ 10 फाइटर जेट और एक ट्रांसपोर्टर एयरक्राफ्ट ने बेस से उड़ान भरी। यह फाइटर जेट हवा में प्रैक्टिस करते रहे , वहीं ट्रांसपोर्टर एयरक्राफ्ट ने हवा में विमानों में फ्यूल भरने की प्रैक्टिस की। जोधपुर एयरबेस से राफेल, सुखोई और तेजस फाइटर जेट ने उड़ान भरी। फ्रांस के तकरीबन 220 सदस्य इस युद्धाभ्यास में हिस्सा लिया।

12 नवंबर तक चलेगा युद्धाभ्यास

भारत और फ्रांस की वायु सेनाओं के बीच गरुड़ सीरीज के पहले छह युद्धाभ्यास हो चुके हैं, उनमें से तीन भारत में और तीन फ्रांस में हुए हैं। वर्ष 2014 में जोधपुर में यह युद्धाभ्यास हो चुका है। उस समय राफेल और सुखोई के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिला था। इस युद्धाभ्यास के बाद ही भारत के राफेल खरीदने के सौदे ने तेजी पकड़ी थी और आज राफेल इंडियन एयरफोर्स का हिस्सा बन चुका है। फ्रांस वायु सेना के 220 जवानों की टुकड़ी के साथ जोधपुर में युद्धाभ्यास कर रही है । यह युद्धभ्यास 12 नवंबर तक चलेगा।

इसलिए अहम है युद्धाभ्यास

युद्धाभ्यास में दोनों देशों के वायु सैनिक एक-दूसरे देशों की वायु शक्ति से वाकिफ हो रहे हैं। साथ ही, साथ तकनीक के लिहाज से भी यह एक महत्वपूर्ण एक्सरसाइज देखी जा रही है। दोनों देशों के सैनिकों के युद्ध कौशल के साथ-साथ कई टेक्निकल सेशन हुए हैं, जिसमें कि कई टेक्निकल बारीकियों को सीखने और समझने का अवसर मिला है।

इसलिए खास है जोधपुर

युद्ध अभ्यास गरुड़ का यह सातवां संस्करण है और जोधपुर में दूसरी बार आयोजित किया जा रहा है। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जोधपुर के लिए भी यह गर्व की बात है। यहां का तापमान, मौसम और साफ़ खुला नीला आसमान इस एक्सरसाइज के लिए बेहतर है। यहां का तापमान दोनों देशों के पायलट्स और अन्य स्टाफ लिए बेहतर है। जोधपुर से सीमा क्षेत्र तक बगैर किसी रुकावट लंबी दूरी तक उड़ान भरी जा सकती हैं।

2014 में भी आए फ्रांसीसी वायु सैनिक दलों ने इसे अच्छा अनुभव करार दिया था।

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