IOCL पाइपलाइन से तेल चोरी का मामला, एसओजी की कार्रवाई; थानेदार गिरफ्तार
IOCL oil pipeline theft case जोधपुर संभाग के पाली जिले के बगड़ी थाना के थाना अधिकारी गोपाल विश्नोई को एसओजी ने तेल चोरी के मामले में कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया है। इस चोरी के मामले में गिरोह से जुड़े कई अन्य लोगों की मिलीभगत सामने आई है।
जोधपुर, जागरण संवाददाता। एसओजी ने तेल चोरी के मामले में जोधपुर संभाग के पाली जिले के बगड़ी थाना के थाना अधिकारी गोपाल विश्नोई को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है। एसओजी की कार्रवाई में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (Indian Oil Corporation Limited) की जामनगर से पानीपत तक बिछी पाइप लाइन से ऑयल चोरी करने का खुलासा होने के बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया मामले में एक पत्रकार की भूमिका भी बिचौलियों के रूप में सामने आई है । जिसको लेकर भी एसओजी के द्वारा पूछताछ की जा रही है। इस चोरी में मुंबई गुजरात और प्रदेश की राजधानी जयपुर गिरोह से जुड़े कई अन्य लोगो की मिली सामने आई है। जिसको लेकर पड़ताल जारी है। देश की संपत्ति को नुक्सान पहुचाने के साथ उसकी चोरी में पुलिस की मिलीभगत और किसी सरकारी अधिकारी के जुड़े होने से अब कई और सवाल भी उठ रहे हैं।
मिली जानकारी अनुसार गुजरात के जामनगर से मधुरा-पानीपत तक विछी आईओसीएल की पाइपलाइन पंचर कर रोजाना हजारों लीटर क्रूड ऑयल चुराने वाले मुंबई व गुजरात के माफिया के साथ मिलीभगत में बगड़ी थानाधिकारी गोपाल विश्नोई को गिरफ्तार किया गया है । पूछताछ में थानेदार की साँठगाँठ सामने आई है, जिसके बाद सोजत थाना में उनको गिरफ्तार कर लिया गया। एसओजी ने सरगना समेत अन्य आरोपियों से पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि तेल चुराने के लिए वाल्व लगाने व पाइपलाइन बिछाने का काम विश्नोई के अक्टूबर में बगड़ी में ज्वाइनिंग के कुछ दिन बाद नवंबर में शुरू हो गया था । दिसंबर में गिरोह ने तेल चोरी शुरू कर दिया। मिली जानकारी अनुसार देवली हुल्ला गांव में यह लाइन पंचर की गई थी और 330 मीटर की लाइन जोड़कर इससे चोरी की जाती थी। प्रत्येक रात को चालीस हजार लीटर क्रूड आयल की चोरी की जाती थी। जिससे प्रतिदिन लाखों रुपये कमाए जा रहे थे।
ऐसे आया मामला पकड़ में
एसओजी और एटीएस की पूछताछ में सामने आया कि 20 जनवरी को पाली जिले के बगड़ी थाना पुलिस ने एक तेल टैंकर को पकड़ा था, जिसको थानेदार गोपाल विश्नोई ने फोन कर छोड़ बिना कार्रवाई किए छोड़ने का बोल दिया। इसके बाद मामले में अन्य संदिग्ध लोगों से भी पूछताछ की तो क्षेत्र के एक स्थानीय पत्रकार की मिलीभगत और बिचौलिए की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई, जिसको लेकर भी जांच की जा रही है। एसओजी ने थाना स्टाफ के बयान की तस्दीक के बाद यह माना कि यदि थानाप्रभारी की तेल चोर गिरोह से गठजोड़ नहीं होता तो वह टैंकर छोड़ने के लिए नहीं कहता। इसके बाद बीते दिन लंबी पूछताछ के बाद एसओजी ने थानेदार गोपाल विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में अभी और कई लोग पकड़े जाने की प्रबल संभावना है।