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नीट परीक्षा मामले में झालावाड़ मेडिकल कालेज के दस छात्र गिरफ्तार, दिल्ली और मुंबई पुलिस कर रही जांच

NEET exam case नीट परीक्षा में डमी कैंडिडेट बनने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इन छात्रों को दिल्ली पुलिस और मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। स्थानीय पुलिस को इस बारे में अधिक जानकारी नहीं थी। दो स्टूडेंट्स से मुंबई क्राइम ब्रांच पूछताछ कर रही है। शेष की जांच दिल्ली पुलिस कर रही है। ये सभी छात्र राजस्थान के ही रहने वाले हैं।

By Jagran News Edited By: Mahen Khanna Published: Fri, 28 Jun 2024 04:11 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jun 2024 04:11 PM (IST)
NEET exam case नीट मामले में जांच तेज।

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के झालावाड़ में स्थित सरकारी मेडिकल कालेज के दस छात्रों को नीट परीक्षा में डमी कैंडिडेट बनने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इन छात्रों को दिल्ली पुलिस और मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। स्थानीय पुलिस को इस बारे में अधिक जानकारी नहीं थी।

दो स्टूडेंट्स से मुंबई क्राइम ब्रांच पूछताछ कर रही है। शेष की जांच दिल्ली पुलिस कर रही है। ये सभी छात्र राजस्थान के ही रहने वाले हैं। ये छात्र एमबीबीएस प्रथम वर्ष से इंटर्नशिप तक के हैं।

दिल्ली पुलिस को आठ छात्रों पर शक

झालावाड़ मेडिकल कालेज के सहायक एकेडिमिक प्रोफेसर डॉ. मयंक जैन ने बताया कि कुछ दिन पहले दिल्ली पुलिस की जांच टीम ने आठ छात्रों के बारे में कालेज प्रशासन से जानकारी मांगी थी। हमें छात्रों के नाम बताए गए थे। पूछताछ के बाद इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। दो अन्य छात्रों को भी गिरफ्तार किया गया।

आठ छात्रों को जमानत पर छोड़ दिया गया। उनके बारे में दिल्ली पुलिस जांच कर रही है। वहीं दो छात्रों को मुंबई क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। मुंबई में उनसे पूछताछ की जा रही है। जानकारी के अनुसार इन छात्रों ने 15-15 लाख रूपए लेकर डमी कैडिंडेट बनकर मूल परीक्षार्थियों के स्थान पर परीक्षा दी थी।

झालावाड़ पुलिस की टीम ने भी कालेज में जाकर जांच की

मेडिकल कालेज के डीन डॉ.सुभाष चंद्र जैन ने बताया कि पिछले दिनों दिल्ली और मुंबई पुलिस की टीम कालेज में आई थी। टीम ने नीट परीक्षा के मामले में जांच की है। झालावाड़ पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर ने बताया कि इस मामले में झालावाड़ पुलिस को कोई जानकारी नहीं है।

मीडिया से जानकारी मिलने के बाद झालावाड़ पुलिस की टीम ने भी कालेज में जाकर जांच की है। स्थानीय पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि कहीं प्रदेश के पेपर लीक और डमी कैंडिंडेट परीक्षाओं में बिठाने वाले माफियाओं से तो इन छात्रों का संपर्क नहीं है।

पेपर लीक में एसओजी ने सौ से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया

राजस्थान में पिछले पांच साल में एक दर्जन से अधिक भर्ती परीक्षाओं के पर्चे लीक हुए हैं। पर्चे लीक मामलों के खिलाफ राज्य सरकार ने सख्ती बरतते हुए एसओजी (स्पेशल आपरेशन ग्रुप ) को पेपर लीक और मूल परीक्षार्थियों के स्थान पर परीक्षा में डमी कैंडिडेट बिठाने वालों पर नकेल कसने का जिम्मा सौंपा है।

एसओजी ने तीन महीने में विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक करवाने,नकल करवाने,डमी कैंडिडेट बिठाने,डिग्रियों व अंक तालिका में फर्जीवाड़ा कर नौकरी दिलवाने और फर्जीवाडे से नौकरी हासिल करने के आरोप में एक सौ से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए एक सौ में से आधा दर्जन लोग फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड है।

एसओजी की अब तक की जांच में सामने आया कि इन आधा दर्जन मास्टरमाइंड ने दो हजार से अधिक अपने स्वजनों एवं परिचितों को विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा करवाने के सरकारी नौकरी दिलवाई। जिन परिचितों को नौकरी दिलवाई उनमें से प्रत्येक से तीन से दस लाख रूपए तक वसूले गए । अब तक की जांच में सामने आया कि इन सभी ने करोड़ों रूपए की संपति बना रखी है। 


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