Kanhaiya Lal Murder Case: कन्हैया लाल के बेटे ने कहा, हत्यारों को फांसी होने के बाद ही पहनूंगा चप्पल-जूते
Kanhaiya Lal Murder Case कन्हैया लाल के बेटे यश का कहना है कि उसके पिता के हत्यारों को फांसी की सजा होने के बाद ही वह अपने पैरों में चप्पल पहनेगा। इसके चलते वह घर और दफ्तर के सभी काम नंगे पैर ही करता है।
By Sachin Kumar MishraEdited By: Updated: Fri, 16 Sep 2022 04:51 PM (IST)
उदयपुर, संवाद सूत्र। Rajasthan News: राजस्थान में उदयपुर (Udaipur) के कन्हैया लाल हत्याकांड (Kanhaiya Lal Murder Case) से परिवार अभी भी सदमे में गुजर रहा है। सरकारी प्रयासों से उसके दोनों बेटों को नौकरी मिल गई, लेकिन बड़े बेटे यश का एक बयान सामने आया है, जिसमें उसका कहना है कि वह तब तक जूता-चप्पल नहीं पहनेगा, जब तक उसके पिता के हत्यारों को फांसी की सजा नहीं हो जाती। इसके बाद यश नंगे पैर ही जाता है।
बड़े बेटे यश ने लिया यह प्रण यश का कहना है कि उसके पिता (कन्हैया लाल) के हत्यारों को फांसी की सजा होने के बाद ही वह अपने पैरों में चप्पल पहनेगा। इसके चलते वह घर और दफ्तर के सभी काम नंगे पैर ही करता है। कन्हैया लाल की इसी साल 28 जून को हत्या कर दी गई थी।
सर तन से जुदा का पहला मामला कन्हैया लाल की हत्या देश में सर तन से जुदा सोच की पहली वारदात थी। भाजपा की प्रवक्ता रही नुपूर शर्मा के समर्थन में इंटरनेट मीडिया पर उसके बेटे के पोस्ट डालने के बाद कन्हैला लाल की हत्या उदयपुर में किराए से कमरा लेकर रह रहे रियाज अत्तारी तथा गौस मोहम्मद ने कन्हैया लाल की हत्या उसकी दुकान में जाकर कर दी थी। हत्या का तरीके बेहद नृशंस था और हत्यारों ने वारदात के बाद कुछ वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल किए थे। जिससे जाहिर था कि वह इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए कई दिनों से प्रयासरत थे। हत्यारों ने वारदात करने का तरीका पहले से ही सोच रखा और वीडियो भी बना लिया था। कन्हैया लाल हत्याकांड की खबर आग की तरह पूरे देश में फैल गई थी और उदयपुर पुलिस आरोपितों को कुछ घंटों में पकड़ने में कामयाब रही थी। अभी तक इस मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार हो चुकी है और मामला एनआइए यानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी कर रही है।
राजस्थान सरकार ने कन्हैया के दोनों बेटों को दी है सरकारी नौकरी राजस्थान (Rajasthan) कैबिनेट के फैसले के बाद कन्हैया लाल के दोनों बेटों यश और तरुण को सरकारी नौकरी मिल चुकी है। दोनों बेटे जिला कोषागार कार्यालयों में कनिष्ठ सहायक पद पर सेवारत हैं।हत्यारों की पैरवी से सभी वकील कर चुके हैं इनकार उदयपुर (Udaipur) बार एसोसिएशन और सभी वकीलों ने पिछले दिनों तय किया है कि वह वह कन्हैया लाल हत्याकांड में शामिल किसी भी आरोपित की पैरवी नहीं करेंगे। ऐसे में उनकी जमानत के लिए भी सुनवाई नहीं हो पा रही है। इसी तरह अन्य शहरों की बार एसोसिएशन भी उदयपुर बार एसोसिएशन के निर्णय का स्वागत करने उन्हें अपना समर्थन दिया है। कन्हैया लाल हत्याकांड के सभी नौ आरोपित अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में हैं।
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