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CM और डिप्टी सीएम की चुनावी सीट पर कम वोटिंग ने बढ़ाई BJP की चिंता, 1200 से ज्यादा मतदान केंद्रों पर 40 फीसद से भी कम हुआ मतदान

लोकसभा चुनाव में राजस्थान की 12 सीटों पर हुए मतदान में 24 हजार 370 मतदान केंद्रों में से 12 हजार पर औसत से कम मतदान हुआ है। वहीं 1275 मतदान केंद्रों पर 40 प्रतिशत मतदान भी नहीं हुआ। 145 मतदान केंद्र ऐसे हैं जहां 81 से 100 प्रतिशत तक मतदान हुआ है। 23 मतदान केंद्र तो ऐसे हैं जहां दस प्रतिशत से भी कम मतदान हुआ है।

By Jagran News Edited By: Versha Singh Updated: Mon, 22 Apr 2024 03:21 PM (IST)
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CM और डिप्टी सीएम की चुनावी सीट पर कम वोटिंग ने बढ़ाई BJP की चिंता
नरेंद्र शर्मा, जयपुर। लोकसभा चुनाव में राजस्थान की 12 सीटों पर हुए मतदान में 24 हजार 370 मतदान केंद्रों में से 12 हजार पर औसत से कम मतदान हुआ है। वहीं, 1,275 मतदान केंद्रों पर 40 प्रतिशत मतदान भी नहीं हुआ। 145 मतदान केंद्र ऐसे हैं जहां 81 से 100 प्रतिशत तक मतदान हुआ है। 23 मतदान केंद्र तो ऐसे हैं जहां दस प्रतिशत से भी कम मतदान हुआ है। कम मतदान ने भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की चिंता बढ़ा दी है।

निर्वाचन विभाग की ओर से जारी आंकड़ों को देखने से पता चलता है कि 12 लोकसभा क्षेत्र के तहत 96 विधानसभा क्षेत्रों में 17 प्रतिशत कम मतदान हुआ है। करीब चार महीने पहले जिन विधानसभा सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के दिग्गज बंपर वोटों से जीते थे, वहां लोकसभा चुनाव में कम मतदान होना नेताओं और पार्टियों के लिए चिंता का विषय बन गया है।

जयपुर लोकसभा क्षेत्र मेें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्वाचन क्षेत्र सांगानेर में जहां विधानसभा चुनाव में 70.30 प्रतिशत मतदान हुआ था, वहां लोकसभा चुनाव में 59.15 प्रतिशत मतदान हुआ है।

उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी के निर्वाचन क्षेत्र विधाधर नगर में विधानसभा क्षेत्र में 76.30 प्रतिशत मतदान हुआ था, लेकिन लोकसभा चुनाव में 68.19 प्रतिशत मतदान हुआ।

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के निर्वाचन क्षेत्र लक्ष्मणगढ़ में विधानसभा चुनाव में 76.47 प्रतिशत मतदान हुआ था, लेकिन लोकसभा चुनाव में 58.23 प्रतिशत ही मतदान हुआ।

विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली के निर्वाचन क्षेत्र अलवर ग्रामीण में विधानसभा चुनाव में 74.50 प्रतिशत मतदान हुआ था, लेकिन अब 58.4 प्रतिशत मतदान हुआ है।

नागौर लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने वाले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल के निर्वाचन क्षेत्र खींवसर में विधानसभा चुनाव में 71.70 प्रतिशत मतदान हुआ था, लेकिन अब 58 प्रतिशत मतदान ही हुआ है।

इन दिग्गजों के विधानसभा क्षेत्रों में हुआ कम मतदान

प्रदेश के उधोग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा, स्वायत्त शासन मंत्री झाबरमल खर्रा, प्रतिपक्ष के पूर्व नेता राजेंद्र राठौड़, वनमंत्री संजय शर्मा, खाद्य मंत्री सुमित गोदारा, पूर्व मंत्री भजनलाल जाटव, पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह, बृजेंद्र ओला सहित भाजपा और कांग्रेस के कई नेताओं के विधानसभा क्षेत्रों में लोकसभा चुनाव में कम मतदान हुआ है।

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कम मतदान का कारण दोनों ही पार्टियों में प्रदेश स्तरीय करिश्माई नेतृत्व की कमी भी हो सकता है। पहले चरण में कम मतदान के बाद अब दोनों ही पार्टियां दूसरे चरण की 13 सीटों पर अपने-अपने प्रत्याशियों के समर्थन में अधिक से अधिक मतदान करवाने की रणनीति बनाने में जुट गई हैं। दोनों ही पार्टियों में चिंता इस बात को लेकर भी है कि विधानसभा चुनाव के करीब चार महीने बाद कम मतदान होना विधायकों के प्रति नाराजगी तो नहीं है।

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