प्यार में पार की 'सीमा', गर्लफ्रेंड के परिवार से बचने के लिए क्रॉस किया भारत बॉर्डर; बाड़मेर से गिरफ्तार
राजस्थान में बाड़मेर जिले से पकड़े गए पाकिस्तानी से पूछताछ के दौरान काफी रोचक बात पता चली। शख्स ने बताया कि वो अपनी प्रेमिका के घरवालों से बचने के लिए अवैध तरीके से भारत की सीमा में घुसा था। बीएसएफ-पुलिस की संयुक्त पूछताछ में युवक ने बताया है कि वह थारपारकर जिले के आकली खारोड़ा गांव का निवासी है। यह गांव अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 35 किलोमीटर दूर है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में बाड़मेर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र से पकड़े गए पाकिस्तानी घुसपैठिये से पूछताछ में रोचक तथ्यों की जानकारी मिल रही है। पाकिस्तानी युवक ने बताया है कि प्रेमिका के स्वजनों से बचने के चक्कर में रात के अंधेरे में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारतीय क्षेत्र में पहुंच गया था।
प्रेमिका के चक्कर में पार किया बॉर्डर
पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र सिंह मीणा के अनुसार, बीएसएफ और पुलिस की संयुक्त पूछताछ में युवक ने बताया है कि वह पाकिस्तान में थारपारकर जिले के आकली खारोड़ा गांव का निवासी है। यह गांव अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 35 किलोमीटर दूर है। थारपारकर जिले में ही सीमा से करीब सात किलोमीटर दूर घोरामारी गांव में उसकी प्रेमिका का घर है।
प्रेमिका से मिलने का था प्लान
24 अगस्त को वह प्रेमिका से मिलने गया था। प्रेमिका ने उसके साथ भागने से इन्कार किया तो उसने फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। उसके पेड़ से लटकते डाल टूट गई, वह गिर गया और बच गया। फिर भागने के दौरान उसे लगा कि प्रेमिका के स्वजन पीछा कर रहे हैं, ऐसे में उनसे बचने के चक्कर में वह दौड़ता हुआ नवातला बार्डर की तारबंदी पारकर बाड़मेर के झड़पा गांव पहुंच गया।
टीम अभी उससे और पूछताछ कर रही
25 अगस्त को वह ग्रामीणों से थारपारकर तक जाने वाली बस के बारे में जानकारी कर रहा था कि पकड़ा गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि युवक के पास से दो सिमकार्ड वाला मोबाइल फोन, एक डायरी और पेन मिले हैं। फोन में प्रेमिका से मैसेज पर बातचीत के सबूत भी मिले हैं। टीम अभी उससे और पूछताछ कर रही है।
ऐसी ही थी गेमराराम की कहानी भी
पाकिस्तानी युवक की तरह ही बाड़मेर के सज्जन का पार गांव निवासी गेमराराम की कहानी भी है। गेमराराम नवंबर 2021 में किशोरी प्रेमिका से मिलने उसके घर गया था। प्रेमिका के स्वजनों से बचने के लिए रास्ता भटक कर तारबंदी पार कर वह पाकिस्तान पहुंच गया था। वह 28 महीने कराची जेल में रहा था, बाद में वह वहां से रिहा होकर अपने गांव पहुंचा था।
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