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PM Modi in Mangarh: पीएम मोदी बोले-भारत का इतिहास, वर्तमान और भविष्य आदिवासी समाज के बिना पूरा नहीं होता

पीएम मोदी बोले देश में आदिवासी समाज का विस्तार और भूमिका इतनी बड़ी है कि हमें उसके लिए समर्पित भाव से काम करने की जरूरत है।राजस्थान गुजरात से लेकर पूर्वोत्तर एवं ओडिशा तक विविधता से भरे आदिवासी समाज की सेवा के लिए देश स्पष्ट नीति के साथ काम कर रहा।

By Jagran NewsEdited By: PRITI JHAUpdated: Tue, 01 Nov 2022 01:33 PM (IST)
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PM Modi in Mangarh: पीएम मोदी बोले-भारत का इतिहास,वर्तमान और भविष्य आदिवासी समाज के बिना पूरा नहीं होता है

बांसवाड़ा, नरेन्द्र शर्मा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आजादी में आदिवासियों के योगदान को याद करते हुए कहा कि दुर्भाग्य से स्वतंत्रता के बाद लिखे गए इतिहास में उनके बलिदान को जगह नहीं मिली। आजादी के अमृत महोत्सव में उस भूल को सुधारा जा रहा है। भारत का इतिहास, वर्तमान और भविष्य आदिवासी समाज के बिना पूरा नहीं होता है। मोदी ने कहा कि आजादी की लड़ाई का पग-पग, इतिहास का पन्ना-पन्ना आदिवासी वीरता से भरा पड़ा है। आदिवासी समाज के अतीत और इतिहास को जन-जन तक पहुंचाने के लिए देशभर में आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित विशेष म्यूजियम बनाए जा रहे हैं।

बिरसा मुंडा की जयंती जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा

15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में आदिवासी समाज का विस्तार और भूमिका इतनी बड़ी है कि हमें उसके लिए समर्पित भाव से काम करने की जरूरत है। राजस्थान और गुजरात से लेकर पूर्वोत्तर एवं ओडिशा तक विविधता से भरे आदिवासी समाज की सेवा के लिए आज देश स्पष्ट नीति के साथ काम कर रहा है। देश में वन क्षेत्र भी बढ़ रहे हैं। वन संपदा सुरक्षित की जा रही है। आदिवासी क्षेत्र डिजिटल इंडिया से जुड़ रहे हैं।

कलव्य आदिवासी स्कूल खोले जा रहे

पारंपरिक कौशल के साथ आदिवासी युवाओं को आधुनिक शिक्षा के भी अवसर मिले, इसके लिए एकलव्य आदिवासी स्कूल खोले जा रहे हैं। मोदी मंगलवार को राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में आदिवासियों के आस्था स्थल मानगढ़ धाम में सभा को संबोधित कर रहे थे। मोदी ने "मानगढ़ धाम की गौरव गाथा" समारोह में भील स्वतंत्रता सेनानी गोविंद गुरू को श्रद्धांजलि दी, धूनी पर पूजन कर आरती उतारी। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में हम सभी का मानगढ़ धाम आना,ये हम सभी के लिए प्ररेक और सुखद है। मानगढ़ धाम जनजाति वीर,वीरांगनाओं के तप, त्याग, तपस्या और देशभक्ति का प्रतिबिंब है। यह राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की की साझी विरासत है।

मानगढ़ धाम को भव्य बनाने की इच्छा जताई

मोदी ने कहा कि मानगढ़ धाम को भव्य बनाने की इच्छा सबकी है। चारों राज्य आपस में चर्चा कर एक विस्तृत योजना तैयार करें। मानगढ़ धाम के विकास की रूपरेखा तैयार की जाए। चार राज्य और भारत सरकार मिलकर इसे नई ऊंचाईयों पर ले जाएंगे । नाम भले ही राष्ट्रीय स्मारक दे देंगे या कोई और नाम दे देंगे। उधर, पीआईबी की तरफ से कहा गया कि पीएम ने मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया है।

गोविंद गुरू को याद किया

पीएम ने भील स्वतंत्रता सेनानी गोविंद गुरू को याद करते हुए कहा कि वे भारत की परंपराओं और आदर्शों के प्रतिनिधि थो। वे किसी रियासत के राजा नहीं थे,लेकिन लाखों आदिवासियों के नायक थे। उन्होंने जीवन में अपना परिवार खो दिया, लेकिन हौंसला कभी नहीं खोया। पीएम ने कहा कि पहले यह पूरा क्षेत्र विरान था,आज हरियाली है। यहां हुए विकास से गोविंद गुरू के विचारों का प्रचार हुआ है। 17 नवंबर 1913 को जो नरसंहार हुआ था, वह अंग्रेजों की क्रूरता की पराकाष्ठा थी। हजारों युवाओं और महिलाओं को मौत के घाट उतार दिया गया। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज प्रकृति का रक्षक और धरती मां का सेवक समुदाय है। मोदी ने मंच पर मौजूद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का वरिष्ठतम मुख्यमंत्री बताया ।

गहलोत ने राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग की

गहलोत ने मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि आदिवासियों का इतिहास महान है। आदिवासियों का आजादी की जंग में बड़ा योगदान रहा है। गहलोत ने मोदी जब दूसरे देश में जाते हैं तो उन्हे सम्मान इसलिए मिलता है, क्योंकि वे जिस देश के प्रधानमंत्री हैं वह महात्मा गांधी का देश है। यहां लोकतंत्र की जड़ें मजबूत है।

शिवराज सिंह और पटेल ने मोदी सरकार की प्रशंसा की

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हजारों लोगों की कुर्बानी से आजादी मिली है। आदिवासियों के बलिदान को भुला दिया गया था। लेकिन मोदी सरकार ने उन्हे नमन करने का अभियान चलाया है। गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने कहा कि 17 नवंबर,1913 का काला दिन कोई नहीं भूल सकता। आदिवासियों को विकास की मुख्य धारा में लाने का प्रयास पीएम कर रहे हैं। इस मौके पर मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, केंद्रीय मंत्री फगन सिंह कुलस्ते और अर्जुन राम मेघवाल ने भी संबोधित किया।

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