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राजस्थान दुष्कर्म को लेकर जनता में जबरदस्त रोष; फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई, आर्थिक सहायता सहित उठी यह मांग

राजस्थान के भीलवाड़ा में 14 साल की नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद भट्टी में जिंदा जलाने को लेकर लोगों में पुलिस के खिलाफ जबरदस्त नाराजगी है। इसी बीच भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी सहित अन्य नेताओं ने मृतक नाबालिग के घर जाकर उसके स्वजनों से मुलाकात की। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस मामले की जांच के लिए चार महिला सांसदों की समिति गठित की।

By Jagran NewsEdited By: Anurag GuptaUpdated: Sat, 05 Aug 2023 08:31 PM (IST)
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राजस्थान दुष्कर्म को लेकर जनता में जबरदस्त रोष
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के भीलवाड़ा में 14 साल की नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद भट्टी में जिंदा जलाने को लेकर लोगों में पुलिस के खिलाफ जबरदस्त नाराजगी है।

सभी समाजों के लोगों ने शनिवार को भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी पुलिस थाने पर धरना देकर थाने में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने, मृतकों के स्वजनों को एक करोड़ की आर्थिक मदद और एक स्वजन को सरकारी नौकरी देने के साथ ही मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करवाने की मांग की।

भाजपा ने समिति का किया गठन

इसी बीच भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने मृतक नाबालिग के घर जाकर उसके स्वजनों से मुलाकात की। साथ ही कोटड़ी पुलिस थाने के बाहर दिए जा रहे धरने में शामिल हुए। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस मामले की जांच के लिए चार महिला सांसदों की समिति गठित की।

समिति में सांसद सरोज पांडेय, रेखा वर्मा, कांता कर्दन एवं लाकेट चटर्जी शामिल है। समिति घटना स्थल का दौरा कर पार्टी नेतृत्व को रिपोर्ट देगी।

अबतक कितने लोगों की हुई गिरफ्तारी?

उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि नाबालिग से दुष्कर्म और हत्या के मामले में पुलिस ने अबतक सात आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इस मामले को केस आफिसर स्कीम के तहत न्यूनतम समय में चालान पेश कर फास्ट ट्रैक न्यायालय से आरोपितों को जल्द से जल्द सजा दिलवाई जाएगी। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) को मामले पर निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं।

यह है पूरा मामला?

भीलवाड़ा जिले के गांव में दो जुलाई को खेत में बकरी चराने गई नाबालिग के साथ दो लोगों ने दुष्कर्म किया था। दो अन्य लोगों ने आरोपितों का सहयोग किया। बाद में सबूत मिटाने के लिए नाबालिग के शरीर को धारदार हथियार से काटकर कोयला बनाने वाली भट्टी में जला दिया था। भट्टी में जो हड्डी जलने से रह गई उन्हें पास के तालाब में फेंक दिया था। इस काम में आरोपितों के परिवार की तीन महिलाओं सहित सात लोगों ने सहयोग किया था।

पुलिस ने दुष्कर्म के दो आरोपितों और उनके दो सहयोगियों एवं तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है। फरार चार आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। घटना के दिन जब नाबालिग देर रात तक घर नहीं पहुंची तो उसके स्वजन पहले पुलिस थाने पहुंचे। पुलिसकर्मियों ने उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की तो वे स्वयं नाबालिग को तलाशने में जुटे।

स्वजनों को था हत्या का शव

सनद रहे कि एक खेत में जल रही भट्टी के पास नाबालिग की चप्पल मिली अंदर देखा तो उसके पैर का कड़ा पड़ा मिला। इस पर स्वजनों को हत्या का शक हुआ तो फिर पुलिस थाने पहुंचे। अगले दिन तीन जुलाई को पुलिसकर्मियों ने भट्टी से कंकाल निकाले। इस बीच गामीणों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। भाजपा सहित विभिन्न राजनीतिक दल पुलिस प्रशासन के खिलाफ आंदोलन में जुट गया।

पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आरोपितों कालू और कान्हा की नाबालिग पर दो महीने से नजर थी। दो जुलाई को मौका मिलते ही उन्होंने नाबालिग से दुष्कर्म किया। जिला पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने बताया,

सबूत मिटाने के लिए दुष्कर्म के बाद नाबालिग की हत्या कर शव के टुकड़े किए थे।

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