राजस्थान के सियासी रण को जीतने के लिए भाजपा ने चला बड़ा दांव, कांग्रेस दे पाएगी इसका जवाब?
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 (Rajasthan Assembly election 2023) को देखते हुए भाजपा ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी कड़ी में वह अगले महीने सितंबर से राज्य में चार परिवर्तन यात्राएं शुरू करेगी। इन यात्राओं को अमित शाह जेपी नड्डा राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी हरी झंडी दिखाएंगे। ये परिवर्तनकारी यात्राएं राज्य भर के सभी 200 निर्वाचन क्षेत्रों तक पहुंचेंगी। यह व्यापक अभियान 23 दिनों तक चलेगा।
जयपुर, एएनआई। Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी कड़ी में उसने केंद्रीय मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) सहित अपने शीर्ष नेताओं को राज्य में पार्टी के चुनावी कैंपेन को धार देने का काम सौंपा है।
अगले महीने चार परिवर्तन यात्राएं शुरू करेगी बीजेपी
सूत्रों ने बताया कि भाजपा अगले महीने से 23 दिनों की अवधि में राजस्थान में अपनी चार 'परिवर्तन यात्राएं' शुरू करने वाली है। यह यात्रा क्रमशः दो, तीन, चार और पांच सितंबर को शुरू होने वाली है और 25 सितंबर को जयपुर में पीएम मोदी के एक विशाल सार्वजनिक संबोधन में समाप्त होगी।
पहली यात्रा को गृह मंत्री अमित शाह दिखाएंगे हरी झंडी
- गृह मंत्री अमित शाह द्वारा हरी झंडी दिखाने वाली पहली 'परिवर्तन यात्रा' सवाई माधोपुर के त्रिनेत्र गणेश मंदिर से शुरू होगी, जबकि दूसरी परिवर्तन यात्रा को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हरी झंडी दिखाएंगे, जो वाणेश्वर धाम से शुरू होगी।
- सूत्रों ने बताया कि जैसलमेर के रामदेवरा से शुरू होने वाली तीसरी परिवर्तन यात्रा को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हरी झंडी दिखाएंगे, जबकि हनुमानगढ़ के गोगामेड़ी से शुरू होने वाली चौथी यात्रा को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी हरी झंडी दिखाएंगे।
- इसके अलावा बीजेपी की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, गजेंद्र सिंह शेखावत, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और उपनेता प्रतिपक्ष सतेंद्र पूनिया भी कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
सभी निर्वाचन क्षेत्रों तक पहुंचेगी यात्रा
सूत्रों ने कहा, "ये परिवर्तनकारी यात्राएं राज्य भर के सभी 200 निर्वाचन क्षेत्रों तक पहुंचेंगी। इस अवधि के दौरान जिला-स्तरीय सभाएं भी आयोजित की जाएंगी। यह व्यापक अभियान 23 दिनों तक चलेगा।"
कांग्रेस को 99 सीटों पर मिली जीत
राजस्थान में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं और बीजेपी और मौजूदा कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई है। पिछली बार 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 200 सीटों में 99 सीटें जीतकर अशोक गहलोत के नेतृत्व में बसपा और निर्दलियों के समर्थन से सरकार बनाई थी। भाजपा को इस चुनाव में केवल 73 सीटों पर जीत मिली थी।