कांग्रेस में टिकट का आधार होगा जिताऊ और टिकाऊ, पांच राज्यों के दो सौ विधायकों को पर्यवेक्षक बनाएगी भाजपा
राजस्थान में कुछ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रत्याशियों के चयन और चुनाव अभियान की रणनीति तय करने का काम राजनीतिक दलों ने प्रारंभ कर दिया है। शनिवार को प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि टिकट वितरण का आधार सिर्फ जिताऊ और टिकाऊ होगा। जिताऊ के लिए उम्र कोई बाधा नहीं होगी।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में कुछ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रत्याशियों के चयन और चुनाव अभियान की रणनीति तय करने का काम राजनीतिक दलों ने प्रारंभ कर दिया है। शनिवार को प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि टिकट वितरण का आधार सिर्फ जिताऊ और टिकाऊ होगा। जिताऊ के लिए उम्र कोई बाधा नहीं होगी। बैठक में सितंबर महीने तक प्रत्येक सीट पर टिकट के दावेदारों के नामों का पैनल तैयार करने का निर्णय लिया गया।
दो सौ विधानसभा सीटों पर भाजपा टटोलेगी नब्ज
उधर, भाजपा ने चुनाव की तैयारी तेज करते हुए प्रदेश के सभी दो सौ विधानसभा क्षेत्रों में पर्यवेक्षक भेजने का फैसला किया है। ये पर्यवेक्षक अन्य राज्यों के दो सौ विधायक होंगे। ये सभी दो सौ विधानसभा क्षेत्रों में जाकर राजनीतिक नब्ज टटोलेंगे और फिर केंद्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट देंगे।
रिपोर्ट में संभावित प्रत्याशियों के नाम, क्षेत्र का राजनीतिक गणित, चुनावी मुद्दे, कांग्रेस के संभावित प्रत्याशियों के नाम और जातिगत समीकरणों को शामिल किया जाएगा। अगले एक सप्ताह तक पर्यवेक्षक बनकर विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जाने वाले इन विधायकों का जयपुर में शनिवार को प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया।
कांग्रेस में मापदंड तय
कांग्रेस प्रदेश चुनाव समिति की शनिवार को जयपुर स्थित पार्टी के वार रूम में हुई बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित सभी सदस्य शामिल हुए। इसमें विधानसभा चुनाव प्रचार अभियान की रणनीति पर चर्चा हुई।
टिकट वितरण में जिताऊ बड़ा आधारः सीएम
भाजपा की ओर से कांग्रेस सरकार के खिलाफ उठाए जा रहे मुद्दों का जवाब रणनीतिक तौर पर अलग-अलग नेताओं के द्वारा दिए जाने को लेकर भी चर्चा हुई। बैठक के बाद गहलोत ने मीडिया से कहा कि टिकट वितरण में केवल जिताऊ को ही देखा जाएगा। यही सबसे बड़ा आधार होगा। सीएम ने कहा
कर्नाटक में 90 साल के व्यक्ति को भी टिकट दिया गया और वह चुनाव जीता। इसलिए जो जीत सकता है, उसी को टिकट मिलेगा। हालांकि, युवाकों को प्राथमिकता दी जाएगी।
ब्लाक कांग्रेस कमेटियों की होगी बैठक
डोटासरा ने कहा कि 21 से 23 अगस्त तक ब्लाक कांग्रेस कमेटियों की बैठक होगी। इनमें आए हुए आवेदनों को 24 अगस्त को प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में पेश किया जाएगा। 25 अगस्त से चुनाव समिति के सदस्य जिलों में जाकर टिकट के दावेदारों से मिलेंगे। फिर कम से कम तीन और ज्यादा से ज्यादा पांच दावेदारों का पैनल बनाया जाएगा।
चुनाव समिति की बैठक में गहलोत व पायलट में दूरी
चुनाव समिति की बैठक में गहलोत व पायलट में दूरी साफ नजर आई। दोनों में बातचीत नहीं हुई। भाजपा की रणनीति आक्रामक होगी भाजपा ने आक्रामक चुनावी रणनीति अपनाने का फैसला किया है। कांग्रेस सरकार के खिलाफ विधानसभा क्षेत्र स्तर पर आंदोलन होगा। नए कार्यकर्ताओं की टीम तैयार होगी।
मैदान में उतरेंगे दिल्ली समेत कई राज्यों के विधायक
भाजपा ने प्रदेश की दो सौ विधानसभा सीटों की राजनीतिक नब्ज टटोलने के लिए जिन राज्यों के विधायकों को मैदान में उतारने का निर्णय लिया है, उनमें दिल्ली के आठ, हरियाणा के 25, उत्तराखंड के 27, गुजरात के 72 और उत्तर प्रदेश के 68 विधायक हैं।
एक-एक विधानसभा क्षेत्र में जाएंगे नेताः राजेंद्र राठौड़
राज्य विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि ये विधायक एक-एक विधानसभा क्षेत्र में जाएंगे। पोलिंग बूथ स्तर तक बैठक करेंगे। लोगों को केंद्र सरकार की योजनाओं, अन्य भाजपा शासित राज्यों के कामकाज के बारे में बताएंगे। साथ ही अशोक गहलोत सरकार की विफलता के बारे में बताएंगे। प्रशिक्षण शिविर में प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने संबोधित किया।