Rajasthan : सियासी उबाल के बाद उद्घाटनों में जुटे अशोक गहलोत, पायलट पर तंज का मौका नहीं चूक रहे
Rajasthan News पिछले दिनों हुए अशोक गहलोत और सचिन पायलट के सियासी ड्रामे के बाद दिल्ली दरबार का एक्शन अभी पेंडिंग है। इसी बीच मुख्यमंत्री जनता को सौगातें देने में जुटे हैं। जहां मौका मिलता है पायलट पर तंज भी कस देते हैं।
By Amit SharmaEdited By: Updated: Mon, 17 Oct 2022 03:29 PM (IST)
अमित शर्मा, जयपुर।
राजस्थान सरकार अपने चार साल पूरे करने जा रही है। जहां दो साल कोरोना के चलते उहापोह में रहे वहीं कांग्रेस सरकार का ये पूरा कार्यकाल राजनैतिक अस्थिरता के बादलों से घिरा नजर आया। लिहाजा इसका असर प्रदेश के विकास, जनहित कार्यों पर पड़ना ही था। हाल ही में गहलोत गुट के विधायकों बागी तेवर उपजी अदावत के बाद प्रदेश की सियासत पूरे उबाल पर है। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश के दौरे कर रहे हैं तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आनन फानन में उद्घाटनों और घोषणाओं में जुटे हैं। लम्बित योजनाओं को भी हरी झंडी दिखाई जा रही है।
प्रदेश के मुखिया नाटक, कलाकारों के बीच भी पहुंच रहे हैं और ग्रामीण खेलों का भी आगाज कर रहे हैं।
रविवार को ही जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में मुख्यमंत्री ने ग्रामीण ऑलम्पिक खेलों के जरिए तीस लाख खिलाड़ियों को जोड़ने की बात कही। आने वाली 26 जनवरी से शहरी क्षेत्रों में भी खेलों के आयोजन की घोषणा अशोक गहलोत ने की।
जयपुर के ट्रेफिक कंट्रोल की उम्मीद
इसी बीच राजधानी जयपुर के लोग उत्साहित हैं जेडीए के जयपुर के कायाकल्प के संकल्प को लेकर। हाल ही में जयपुर विकास प्राधीकरण की ओर से जवाहर सर्किल पर वेलकम मोन्यूमेंट लगाने, 7 प्रमुख चौराहों को सिग्नल फ्री करने का एलान किया गया है। सरकार का कहना है कि व्यस्ततम चौराहों पर रेड लाइट पर जयपुर के लोगों के 8 लाख घंटे हर साल बरबाद हो जाते हैं। ये आंकड़ा 6 करोड़ से ज्यादा गुजरने वाले वाहनों के रेड लाइट पर रुकने के समय से निकाला गया है। इसे बचाने के लिए अब 7 प्रमुख चौराहों पर अंडर पास बनाए जाएंगे। इनमें से बीटू बाइपास और लक्ष्मी मंदिर पर तो काम शुरू भी हो गया है। राजधानी को संवारने के ऐसे 9 प्रोजेक्टस पर सरकार 700 करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है।
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