Rajasthan: बीजेपी से गहलोत की सिफारिश! 'मेरी वजह से वसुंधरा राजे को सजा न दें', सरकार गिराने से जुड़ा है मामला
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी प्रतिद्वंद्वी और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर बीजेपी पर तंज कसा है। गहलोत ने कहा कि मेरी वजह से वसुंधरा राजे को सजा नहीं मिलनी चाहिए। दरअसल सीएम ने साल 2020 में गहलोत सरकार को गिराने के लिए वसुंधरा राजे द्वारा बीजेपी का साथ नहीं देने के वाकये को याद करते हुए यह बयान दिया है।
पीटीआई, नई दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार (19 अक्टूबर) को अपनी प्रतिद्वंद्वी और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर बीजेपी पर तंज कसा। गहलोत ने कहा कि मेरी वजह से वसुंधरा राजे को सजा नहीं मिलनी चाहिए। दरअसल, सीएम ने साल 2020 में गहलोत सरकार को गिराने के लिए वसुंधरा राजे द्वारा बीजेपी का साथ नहीं देने के वाकये को याद करते हुए यह बयान दिया है।
बता दें कि बीते मई महीने में सीएम गहलोत ने धौलपुर जिले में बड़ा खुलासा करते हुए कहा था कि वह 2020 में कांग्रेस के विधायकों की बगावत से बच गए क्योंकि बीजेपी नेता वसुंधरा राजे और कैलाश मेघवाल ने धन बल के जरिए उनकी सरकार को "गिराने की साजिश" का समर्थन नहीं किया था।
यह उसके साथ अन्याय होगा- गहलोत
कथित तौर पर बीजेपी में वसुंधरा राजे को दरकिनार किए जाने के सवाल पर गहलोत ने मीडिया से कहा कि यह बीजेपी का आंतरिक मामला है और वह इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा, "लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि मेरी वजह से वसुंधरा राजे को सजा नहीं मिलनी चाहिए। यह उसके साथ अन्याय होगा।"
सीएम ने सुनाया किस्सा
सीएम गहलोत ने कहा, "मैं एक घटना बताना चाहूंगा कि जब मेरी सरकार संकट का सामना कर रही थी... जब मैं राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष था, तत्कालीन सीएम भैरों सिंह शेखावत बाईपास सर्जरी के लिए विदेश में अमेरिका में थे और उनके अपने लोग देख रहे थे उनकी सरकार को गिरा दिया। राज्य कांग्रेस प्रमुख के तौर पर मैंने इसका विरोध किया था और कहा था कि यह ठीक नहीं है।"
सीएम गहलोत ने आगे कहा कि उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव और तत्कालीन राज्यपाल बाली राम भगत से भी कहा था कि यह सही नहीं होगा।
कैलाश मेघवाल को साजिश के बारे में पता था- सीएम
दिग्गज नेता अशोक गहलोत ने कहा, "कैलाश मेघवाल को इसके बारे (सरकार गिराने के बारे में) में पता था और जब हमारी सरकार पर संकट आया, तो उन्होंने कहा कि इस तरह से सरकारें गिराने की कोई परंपरा नहीं है। मैं वसुंधरा राजे से जुड़े विधायकों से मिलता रहता हूं और मुझे राजे की टिप्पणियों के बारे में पता था और एक सार्वजनिक सभा में मेरे मुंह से यह बात निकल गई। वसुंधरा राजे की वही राय है जो कैलाश मेघवाल की थी।"
वहीं, सीएम गहलोत की धौलपुर वाली अपनी टिप्पणी के बाद वसुंधरा राजे ने गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्होंने मेरी तारीफ नहीं की बल्कि उनको ईर्षा है।
ये भी पढ़ें: Rajasthan Elections 2023: ‘मैं सीएम पद छोड़ना चाहता हूं, लेकिन पद मुझे नहीं छोड़ रहा’ सीएम गहलोत का बड़ा बयान