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Rajasthan: महिला अधिकारी ने दो दिन में खरीदे 26 फ्लैट, आय से अधिक संपत्ति मामले में जांच के आदेश

रजिस्ट्री कराते समय पंजीकरण कार्यालय में करीब 30 लाख रुपये स्टाम्प शुल्क के चुकाए गए हैं। फ्लैट खरीदने के लिए भारद्वाज ने स्वयं के या पुत्र के नाम किसी बैंक से कर्ज नहीं लिया। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि इतना पैसा उनके पास कहां से आया। प्रतिवर्ष दिए जाने वाले संपत्ति के विवरण में भारद्वाज ने फ्लैट को खरीदने का उल्लेख नहीं किया।

By Jagran NewsEdited By: Mohammad SameerUpdated: Sun, 17 Sep 2023 07:08 AM (IST)
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महिला अधिकारी ने दो दिन में खरीदे 26 फ्लैट (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, जयपुर: राजस्थान सरकार में लेखा सेवा की अधिकारी ज्योति भारद्वाज पर लगे वित्तीय अनियमितता और आय से अधिक संपत्ति के मामलों की जांच के लिए वित्त विभाग ने आदेश दे दिए हैं।

जयपुर स्थित शासन सचिवालय में कार्मिक विभाग में वित्तीय सलाहकार पद पर तैनात भारद्वाज पर आरोप है कि उन्होंने पिछले साल चार और पांच मार्च को दो दिन में करीब पांच करोड़ रुपये कीमत के 26 फ्लैट खरीदे हैं । इनमें से 15 की रजिस्ट्री भारद्वाज ने स्वयं के नाम और 11 की पुत्र रोहन वशिष्ठ के नाम से करवाई है।

इतना पैसा उनके पास कहां से आया?

रजिस्ट्री कराते समय पंजीकरण कार्यालय में करीब 30 लाख रुपये स्टाम्प शुल्क के चुकाए गए हैं। फ्लैट खरीदने के लिए भारद्वाज ने स्वयं के या पुत्र के नाम किसी बैंक से कर्ज नहीं लिया। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि इतना पैसा उनके पास कहां से आया।

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लेखा और कार्मिक विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों की ओर से प्रतिवर्ष दिए जाने वाले संपत्ति के विवरण में भारद्वाज ने फ्लैट को खरीदने का उल्लेख क्यों नहीं किया। भारद्वाज को इस बारे में नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगने की तैयारी की जा रही है। शनिवार को अवकाश के बावजूद वित्त एवं लेखा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इस विषय पर मंथन करने के लिए कार्यालय में बैठे।

आरोपित अधिकारी, ज्योति भारद्वाज का कहना है कि,

अजय सिंह और मेरे पति अनुराग भारद्वाज के बीच व्यापारिक लेन-देन का मामला है। उसी में फ्लैट का सौदा हुआ है। इस बारे में अनुराग ही पूरी जानकारी दे सकेंगे। दोनों के बीच विवाद का मामला न्यायालय में भी चल रहा है। 

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