Rajasthan: शराबियों का अड्डा बना मंदिर परिसर, उदयपुर के मांजी घाट मंदिर में विदेशी पर्यटकों ने की शराब पार्टी
उदयपुर के मांजी घाट मंदिर परिसर में शराब पार्टी की गई। बताया जाता है कि जब घाट पर शराब पार्टी चल रही थी तब देवस्थान विभाग का गार्ड गायब था। करीब 40 विदेशी पर्यटक मंदिर के चौगान पर शराब की बोतल रखकर पार्टी कर रहे थे। इसकी सूचना पर मांजी मंदिर संघर्ष समिति के रोहित चौबीसा तथा कुंदन कुमावत सहित अन्य लोग मौके पर पहुंचे।
संवाद सूत्र, उदयपुर। राजस्थान में उदयपुर शहर की पिछोला झील के किनारे स्थित मांजी घाट मंदिर परिसर में शनिवार रात विदेशी पर्यटकों ने शराब पार्टी की। इसको लेकर उदयपुर वासियों में गहरा आक्रोश है। उन्होंने देवस्थान विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए धार्मिक स्थल को शराबियों का अड्डा बनाए जाने का आरोप लगाया है।
बताया जाता है कि जब घाट पर शराब पार्टी चल रही थी तब देवस्थान विभाग का गार्ड गायब था। करीब 40 विदेशी पर्यटक मंदिर के चौगान पर शराब की बोतल रखकर पार्टी कर रहे थे। इसकी सूचना पर मांजी मंदिर संघर्ष समिति के रोहित चौबीसा तथा कुंदन कुमावत सहित अन्य लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने अंबामाता थाने की पुलिस को सूचित किया तब बीट अधिकारी जयपाल सिंह मौके पर पहुंचे और सभी को समझाया। इसके बाद पार्टी बंद हुई।
यह सार्वजनिक एवं धार्मिक स्थल, शराब पीना अवैधानिक
जयपाल सिंह ने पर्यटकों को बताया कि यह सार्वजनिक एवं धार्मिक स्थल है, जहां शराब पीना अवैधानिक है। उधर, स्थानीय लोगों ने इस शराब पार्टी का वीडियो बनाया तथा इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया। मांजी मंदिर संघर्ष समिति तथा सनातन भक्तों की सूचना पर देवस्थान विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं। मंदिर देवस्थान विभाग के अधीन है और मंदिर के घाट पर प्रवेश पर देवस्थान विभाग शुल्क लेता है। इसकी आड़ में यहां अनैतिक गतिविधियां होती हैं।
मांजी मंदिर संघर्ष समिति इसका विरोध करता आया है और इस मंदिर के घाट को निशुल्क करने की मांग कर रहा है। देवस्थान विभाग के अधिकारी व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए मंदिर को पर्यटनस्थल बनाकर मर्यादा और पवित्रता को भंग करने में लगे हैं।
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