Bribe: राजस्थान के मंत्री परसादी लाल मीणा बोले, दो प्रतिशत रिश्वत लेते हैं तहसीलदार
Bribe राजस्थान के उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि देश भर के तहसीलदारों नायब तहसीलदारों और पटवारियों के बीच दो प्रतिशत रिश्वत लेने की प्रथा है। उनके मुताबिक भारत में कहीं भी एक ईमानदार तहसीलदार नायब तहसीलदार और पटवारी नहीं मिल सकता है।
By Sachin Kumar MishraEdited By: Updated: Wed, 30 Jun 2021 03:57 PM (IST)
कोटा, प्रेट्र। राजस्थान के एक मंत्री ने दावा किया कि देश में ईमानदार तहसीलदार नहीं हैं और ईमानदार लोग भी दो फीसद रिश्वत लेते हैं। राजस्थान के उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि देश भर के तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों और पटवारियों के बीच दो प्रतिशत रिश्वत लेने की प्रथा है। उनके मुताबिक, भारत में कहीं भी एक ईमानदार तहसीलदार, नायब तहसीलदार और पटवारी नहीं मिल सकता है। मैं छह बार विधायक रहा हूं और तीन बार मंत्री पद पर रहा हूं। कई तहसीलदार, नायब तहसीलदार प्रतिनियुक्त थे, वे हमेशा दो प्रतिशत (रिश्वत) लेते हैं, उन्होंने मंगलवार को बूंदी में एक जन सुनवाई के दौरान यह बात कह। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य सत्येश शर्मा द्वारा तहसीलदार (राजस्व अधिकारी) प्रीतम कुमारी मीणा को प्रतीक्षित पोस्टिंग ऑर्डर (एपीओ) मिलने का मुद्दा उठाए जाने के बाद मंत्री की प्रतिक्रिया आई। इस बीच, पार्टी के बूंदी शहर के अध्यक्ष देवराज गोचर के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता के खिलाफ उनकी शिकायतों को कथित रूप से नहीं सुनने के लिए मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि वे भविष्य में बूंदी जिले के प्रभारी परसादी लाल मीणा को जिले का दौरा नहीं करने देंगे।
गौरतलब है कि जयपुर ग्रेटर नगर निगम में सफाई करने वाली कंपनी के 276 करोड़ के बिल का भुगतान करने के एवज में 20 करोड़ रुपये की रिश्वत के लेनदेन की बातचीत के वीडियो के आधार पर राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम सहित चार के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इनमें निलंबित महापौर सौम्या गुर्जर के पति राजाराम व कंपनी के प्रतिनिधि ओमप्रकाश सप्रे को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया है। निंबाराम व सफाई करने वाली बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि संदीप चौधरी को भी अगले एक-दो दिन में पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। इन पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। राज्य में आरएसएस के किसी वरिष्ठ पदाधिकारी के खिलाफ पहली बार मामला दर्ज किया गया।
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