Rajasthan: सरस्वती विश्वविद्यालय में लागू होगी नई शिक्षा नीति, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स पर भी चल रहा विचार
Rajasthan Education News विश्वविद्यालय की डिग्री का एक ही फॉर्मेट होगा जिसमें राजस्थान विश्वविद्यालय की तर्ज पर मॉडर्न टेक्नोलॉजी के आधार पर चिप लगाई जाएगी। रिसर्च ऑर्डिनेंस 124 में कुछ संशोधन के साथ आगामी विद्या परिषद की बैठक में रखने का सुझावित किया गया। विश्वविद्यालय परिसर में बीएड स्पेशल के लिए आरसीआई की अनुमति लिए जाने का निर्णय लिया गया।
अजमेर, जागरण संवाददाता। महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय की विधा परिषद की 71वीं बैठक शुक्रवार को हुई। बैठक में विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति लागू करने तथा विश्वविद्यालय परिसर में बैचलर ऑफ फिजिकल कोर्स ( एसएफएस) खोले जाने पर विचार सहित कई विषयों पर चर्चा की गई।
पीजी डिप्लोमा इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स शुरू करने का निर्णय किया गया। बीएससी ऑनर्स एवं एमएससी इंटीग्रेटेड 'बॉटनी' कोर्स प्रारंभ करने से पूर्व डिग्री संस्थापित किए जाने का निर्णय इसके उपरांत ही इस कोर्स को प्रारंभ करने पर विचार किया जाएगा।
बैठक में विद्या परिषद की 69वीं एवं 70वीं बैठक के कार्यवृत्त की पुष्टि की गई साथ ही इनकी अनुपालना रिपोर्ट का भी अनुमोदन किया गया। रीजनल कॉलेज को डीम्ड विश्वविद्यालय के लिए विश्वविद्यालय द्वारा जारी एनओसी की पुष्टि की गई। समिति की अनुशंसाओं पर विद्या परिषद में विचार किया एवं कुछ बिंदुओं पर संशोधन किए जाने का निर्णय लिया।
विश्वविद्यालय की डिग्री का एक ही फॉर्मेट होगा, जिसमें राजस्थान विश्वविद्यालय की तर्ज पर मॉडर्न टेक्नोलॉजी के आधार पर चिप लगाई जाएगी। रिसर्च ऑर्डिनेंस 124 में कुछ संशोधन के साथ आगामी विद्या परिषद की बैठक में रखने का सुझावित किया गया। विश्वविद्यालय परिसर में बीएड स्पेशल के लिए आरसीआई की अनुमति लिए जाने का निर्णय लिया गया।