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Rajasthan: 'लोगों को प्राकृतिक संसाधनों का संतुलित उपयोग करना चाहिए', पर्यावरण को लेकर CM भजनलाल शर्मा ने कही ये बड़ी बात

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंगलवार को कहा कि राम राज्य की परिकल्पना में न केवल मानव बल्कि सभी जीवित प्राणियों और प्रकृति का कल्याण शामिल है। उन्होंने कहा कि मानव आवश्यकताओं और प्रकृति के संरक्षण के बीच बेहतर संतुलन के आधार पर ही मानव जाति का विकास संभव है जिसके लिए सभी को दृढ़ संकल्प के साथ काम करना चाहिए।

By Jagran News Edited By: Siddharth Chaurasiya Updated: Tue, 05 Mar 2024 06:12 PM (IST)
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राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि संतुलन के आधार पर ही मानव जाति का विकास संभव है।
पीटीआई, जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंगलवार को कहा कि राम राज्य की परिकल्पना में न केवल मानव बल्कि सभी जीवित प्राणियों और प्रकृति का कल्याण शामिल है। उन्होंने कहा कि मानव आवश्यकताओं और प्रकृति के संरक्षण के बीच बेहतर संतुलन के आधार पर ही मानव जाति का विकास संभव है, जिसके लिए सभी को दृढ़ संकल्प के साथ काम करना चाहिए।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, शर्मा यहां राजस्थान अंतरराष्ट्रीय केंद्र में सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन आयोजित एक समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जानवरों की कई प्रजातियों का विलुप्त होना चिंताजनक है और इन्हें बचाने के लिए पर्यावरण संतुलन जरूरी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन से मानव जाति का अस्तित्व भी खतरे में है। उन्होंने कहा, "लोगों को बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए ही प्राकृतिक संसाधनों का संतुलित उपयोग करना चाहिए।"

शर्मा ने कहा कि लोगों को एक जिम्मेदार नागरिक होने का कर्तव्य निभाते हुए आसपास रहने वाले जरूरतमंदों के बारे में भी सोचना चाहिए और जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचाने का प्रयास करना चाहिए। सीएम ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के 'अंत्योदय' में मानव कल्याण की भावना निहित है और राज्य सरकार इस लक्ष्य को साकार करने के लिए काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि 'सबका साथ-सबका विकास' से ही देश प्रगति के पथ पर आगे बढ़ सकता है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा तैयार यूएनडीपी एसडीजी नॉलेज हब पोर्टल और एसडीजी-2 डैशबोर्ड तथा खाद्य एवं पोषण सुरक्षा विश्लेषण डैशबोर्ड का उद्घाटन किया। उन्होंने एसडीजी के संबंध में विभिन्न राज्यों द्वारा किए गए कार्यों पर आधारित स्टालों का भी दौरा किया।

इस अवसर पर नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी, सदस्य वी के पॉल, वरिष्ठ सलाहकार (एसडीजी) डॉ. योगेश सूरी, संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट समन्वयक शोम्बी शार्प और केंद्र और राज्य सरकारों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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