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Rajasthan Politics: कांग्रेस की 'जीत' पूर्व सीएम पर ही पड़ी भारी, सचिन पायलट की उड़ान में जुड़े गहलोत समर्थक

Rajasthan Politics Update लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद राजस्थान कांग्रेस मे  सियासी खेल होता नजर आ रहा है।  कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट खेमे ने शक्ति प्रदर्शन किया। हाल ही में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के पिता की पुण्यतिथि थी। अशोक गहलोत के समर्थक भी शामिल हुए। इसके बाद से सचिन पायलट और अशोक गहलोत को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। 

By Jagran News Edited By: Deepti Mishra Updated: Tue, 11 Jun 2024 05:15 PM (IST)
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Rajasthan Politics: राजस्‍थान कांग्रेस में सियासत शुरू। फोटो - पूर्व सीएम अशोक गहलोत (दांए), सचिन पायलट (बाएं)
 जागरण संवाददाता, जयपुर। लोकसभा चुनाव में राजस्थान की 25 में से आठ सीटें हासिल करने के बाद कांग्रेस में जश्न का माहौल है। इस बीच मंगलवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट खेमे ने शक्ति प्रदर्शन किया।

पूर्व केंद्रीय मंत्री व सचिन के पिता स्वर्गीय राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर दौसा जिले के भंडाना में प्रार्थना सभा आयोजित की गई। प्रार्थना सभा में कांग्रेस के सभी आठ सांसद,दो दर्जन पूर्व मंत्री और विधायकों सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।

कांग्रेस की आंतरिक राजनीति में पायलट के राजनीतिक विरोधी अशोक गहलोत के मुख्यमंत्री रहते हुए स्वर्गीय राजेश पायलट की पुण्यतिथि व जन्मदिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में केवल सचिन समर्थक नेता ही पहुंचते थे।

 कई बार ऐसी भी चर्चा भी रही कि गहलोत खेमे ने मंत्रियों व विधायकों को राजेश पायलट की पुण्यतिथि व जयंती पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में शामिल होने से रोका था, लेकिन मंगलवार को लोकसभा चुनाव के बाद सभी आठ सांसदों व पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का भंडाना पहुंचना कांग्रेस की आंतरिक राजनीति में सचिन के मजबूत होने के संकेत माने जा रहे हैं। मंगलवार को दौसा पहुंचने वालों में गहलोत खेमे के भी कई नेता भी शामिल हैं।

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मजबूत हुआ पायलट खेमा

आठ में से छह सांसदों को सचिन ने टिकट दिलवाया था। इन छह सांसदों के लिए सचिन ने रोड शो व जनसभा को भी संबोधित किया था। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री के खेमे में जिन चार प्रत्याशियों को टिकट मिला, वे सभी हार गए। उनमें गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत भी शामिल हैं। वैभव जालौर-सिरोही से चुनाव हार गए।

लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद यह माना जा रहा है कि कांग्रेस की आंतरिक राजनीति में पायलट पहले से अधिक मजबूत होंगे। आगामी समय में प्रदेश कांग्रेस संगठन में होने वाले बदलावों में पायलट की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सांसद बृजेंद्र ओला, मुरारीलाल मीणा, हरीश मीणा, भजनलाल जाटव, संजना जाटव, राहुल कस्वा, कुलदीप इंदौरा व उम्मेदाराम बेनीवाल राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए पहुंचे।

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साथ ही तीन हारे हुए प्रत्याशी, दो दर्जन विधायक और कई वरिष्ठ नेताओं ने वहां पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। सांसद मुरारी और संजना ने कहा कि सचिन पहले से ही प्रदेश में कांग्रेस के सर्वमान्य नेता हैं। पायलट कांग्रेस को मजबूत करने में हमेशा सक्रिय रहते हैं।

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