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'मैं पार्टी लाइन के साथ हूं', वसुंधरा राजे का भाजपा नेतृत्व को आश्वासन; कहा- जो भी फैसला होगा...

दिल्ली में रहकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा सहित अन्य नेताओं से मुलाकात में वसुंधरा ने कहा कि जो फैसला पार्टी नेतृत्व करेगावे उसके साथ रहेंगी। पार्टी नेतृत्व की ओर से पर्यवेक्षक नियुक्त करने के बाद अब विधायक दल की बैठक रविवार को बुलाई जा सकती है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े और राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय को पर्यवेक्षक नियुक्त हुए।

By Jagran NewsEdited By: Shalini KumariUpdated: Fri, 08 Dec 2023 05:48 PM (IST)
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जे.पी.नड्डा सहित अन्य नेताओं से वसुंधरा राजे ने की मुलाकात
जागरण संवाददाता,जयपुर। राजस्थान में नए मुख्यमंत्री को लेकर जयपुर से दिल्ली तक हलचल तेज है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने केंद्रीय नेतृत्व को पार्टी लाइन के साथ रहने का भरोसा दिया है। दो दिन से दिल्ली में रहकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा सहित अन्य नेताओं से मुलाकात में वसुंधरा ने कहा कि जो फैसला पार्टी नेतृत्व करेगा,वे उसके साथ रहेंगी।

वसुंधरा राजे को कई मामलों में बताया जिम्मेदार

वसुंधरा ने शाह और नड्डा को विधानसभा चुनाव को लेकर एक रिपोर्ट सौंपी है, जिनमें पार्टी के टिकट पर चुनाव हारने वाले दो दर्जन प्रत्याशियों के टिकट तय करने में प्रदेश स्तर के नेताओं द्वारा की गई गड़बड़ी और चुनाव अभियान के दौरान प्रदेश के किसी भी नेता के दौरे नहीं करने सहित कई तथ्य शामिल किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, शेखावाटी और मेवाड़ में पार्टी का उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं मिलने को लेकर वसुंधरा ने प्रदेश के कुछ नेताओं को जिम्मेदार बताया है।

उधर, पार्टी नेतृत्व की ओर से पर्यवेक्षक नियुक्त करने के बाद अब विधायक दल की बैठक रविवार को बुलाई जा सकती है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े और राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।

विधायक पुत्र ने पिता के आरोप नकारे

भाजपा में चल रही आंतरिक राजनीति के बीच वसुंधरा विरोधी खेमे को उस वक्त झटका लगा, जब किशनगंज विधायक ललित मीणा ने किसी भी तरह की बाड़ेबंदी से इनकार कर दिया। ललित ने कहा, "विधायकों की कोई बाड़ेबंदी नहीं की गई, यह बात गलत है।" दरअसल,ललित के पिता पूर्व विधायक हेमराज मीणा ने गुरुवार को जयपुर स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए वसुंधरा के सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह पर बाड़ेबंदी का आरोप लगाया था।

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हेमराज ने कहा था कि दुष्यंत के निर्देश पर जयपुर में सीकर रोड़ स्थित एक रिसोर्ट में विधायक कंवरलाल ने ललित सहित बांरा और झालावाड़ के सात विधायकों की बाड़ेबंदी की थी। वे जबरन अपने विधायक पुत्र को वहां से लेकर आए थे। पिता के बयान के एक दिन बाद शुक्रवार को ललित ने इस तरह की घटना से इनकार किया है।

वसुंधरा विरोधी खेमे ने दिया बयान

सूत्रों के अनुसार, हेमराज से दुष्यंत के खिलाफ वसुंधरा विरोधी खेमे ने बयान दिलवाया था। पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व तक इस बारे में जानकारी पहुंचने के बाद प्रदेश अध्यक्ष सी.पी.जोशी को दिल्ली तलब किया गया है। उधर, विधायक कंवरलाल ने कहा कि बाड़ेबंदी की बात करना शरारतपूर्ण हरकत है। दोनों जिलों के विधायक मर्जी से होटल में ठहरे थे। एक बार ललित को लेने के लिए 30-35 लोग आए थे, जिन्हे हम नहीं जानते थे, इसलिए उन्हें नहीं भेजा गया। बाद में जब पिता हेमराज आए तो ललित को जाने दिया गया।

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