राजस्थान की पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुई पुलिस उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 के पर्चे लीक और मूल परीक्षार्थी के स्थान पर डमी अभ्यर्थी को बिठाने के मामले में राजस्थान स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी ) ने 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें 14 वे लोग हैं जिनका भर्ती परीक्षा में चयन हो गया और वे फिलहाल जयपुर स्थित राजस्थान पुलिस अकादमी परिसर में प्रशिक्षण ले रहे हैं।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान की पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुई पुलिस उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 के पर्चे लीक और मूल परीक्षार्थी के स्थान पर डमी अभ्यर्थी को बिठाने के मामले में राजस्थान स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी ) ने 16 लोगों को गिरफ्तार किया है।
इनमें 14 वे लोग हैं जिनका भर्ती परीक्षा में चयन हो गया और वे फिलहाल जयपुर स्थित राजस्थान पुलिस अकादमी परिसर (आरपीए) में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इनमें से दस ने 20 से 22 लाख रूपये में लीक हुआ पर्चा खरीदा था। चार लोग ऐसे हैं, जिनके स्थान पर डमी अभ्यर्थी ने परीक्षा दी थी और उनका चयन हो गया।
करीब 30 प्रशिक्षु उप निरीक्षकों ने गलत तरीके से नौकरी पाई
गिरफ्तार किए गए प्रशिक्षु उप निरीक्षकों में परीक्षा में टॉप करने वाला नरेश खिलेरी भी शामिल है। एसओजी की टीम के आरपीए पहुंचने से पहले ही करीब एक दर्जन प्रशिक्षु उप निरीक्षक फरार हो गए। एसओजी के अधिकारियों का मानना है कि करीब 30 प्रशिक्षु उप निरीक्षक लीक हुए पर्चे और डमी अभ्यर्थी के माध्यम से नौकरी पाने में सफल हुए हैं। एसओजी फरार हुए प्रशिक्षु उप निरीक्षकों के बारे में जानकारी जुटा रही है।
स्कूल में बनाए गए परीक्षा केंद्र से लीक हुआ था पेपर
एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक वी.के.सिंह ने बताया कि पर्चा लीक जयपुर के हसनपुरा में संचालित होने वाली रवीद्र बाल भारतीय उच्च माध्यमिक विघालय में बनाए गए परीक्षा केंद्र से हुआ था। परीक्षा केंद्र के अधीक्षक राजेश खंडेलवाल को गिरफ्तार किया गया है। खंडेलवार को जयपुर जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया गया है।
अभी अन्य गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं
सिंह ने बताया कि जो 16 लोग गिरफ्तार किए गए हैं, उनमें 14 प्रशिक्षु उप निरीक्षक, खंडेलवाल एवं एक अन्य है। दो अन्य प्रशिक्षु उप निरीक्षकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। एसओजी की जांच में अभी अन्य गिरफ्तारियां भी हो सकती है। उधर सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार को पूरी भर्ती परीक्षा ही निरस्त करने का सुझाव कुछ भाजपा नेताओं ने दिया है। हालांकि सरकार ने इस बारे में अभी कोई विचार नहीं किया है।
कृषि मंत्री पहुंचे एसओजी कार्यालय
प्रदेश के कृषिमंत्री किरोड़ी लाल मीणा मंगलवार को एसओजी कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने अतिरिक्त महानिदेशक सहित अन्य अधिकारियों से पर्चे लीक व डमी अभ्यर्थी परीक्षा में बिठाने सहित विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की। मीणा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, मेरे पास ऐसे कई दस्तावेज हैं, जिससे साफ होता है कि राजस्थान लोक सेवा आयोग में किन-किन लोगों ने पर्चे लीक करने में सहयोग किया था।
आप सरकार में हैं, परीक्षा रद्द करने को लेकर प्रयास करें
अतिरिक्त महानिदेशक ने मीणा से कहा, आप सरकार में हैं, परीक्षा रद्द करने को लेकर प्रयास करें। मीणा ने कहा,फर्जीवाड़े में पास होने वालों की संख्या 250 से अधिक हो सकती है। फजीवाड़े में भर्ती हुए लोगों को बर्खास्त कर के नई भर्ती निकाली जानी चाहिए। मीणा ने कहा कि राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) भर्ती परीक्षा में भी फर्जीवाड़ा हुआ था। इस परीक्षा का भी पर्चा लीक हुआ था।
परीक्षा में टॉपर को 200 में से 155 अंक मिले
उन्होंने कहा कि आरएएस परीक्षा में टॉपर को 200 में से 155 अंक मिले थे। वहीं लीक हुए पर्चे से पास होने वाले एक परीक्षार्थी शिवा शर्मा को 145 अंक मिले हैं। उन्होंने कहा, शिवा ने कई सवालों के उत्तर ही नहीं लिखे थे, लेकिन बाद में आयोग में फर्जीवाड़े से उसकी उत्तर पुस्तिका में उत्तर लिख दिए गए।
महिला के स्थान पर पुरुष पेपर देने बैठ
मीणा ने दावा किया कि एक महिला परीक्षार्थी के स्थान पर पुरूष ने परीक्षा दी थी। परीक्षा के बाद महिला का चयन हो गया, वह अभी आरपीए में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है। उन्होंने कहा,पिछली कांग्रेस सरकार में पचास प्रतिशत भर्ती परीक्षाओं में फर्जी लोगों का चयन हुआ है।
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