अजमेर में तेजी से फैल रहा है रेडिनो वायरस EYE FLU, सरकारी और निजी अस्पतालों में आई फ्लू पीड़ितों की भीड़
अजमेर में रेडिनो वायरस आई फ्लू तेजी से फैल रहा है। सरकारी और निजी अस्पतालों में आई फ्लू पीड़ितों की भीड़ आए दिन बढ़ती जा रही है। मरीजों की संख्या अधिक होने से सभी को पर्याप्त दवाइयां भी उपलब्ध होने में मुश्किल आ रही है। इधर निजी चिकित्सालयों में मरीजों के साथ स्टाफ को भी आई फ्लू होने से नया संकट खड़ा हो गया है।
अजमेर, जेएनएन। अजमेर में रेडिनो वायरस आई फ्लू तेजी से फैल रहा है। सरकारी और निजी अस्पतालों में आई फ्लू पीड़ितों की भीड़ आए दिन बढ़ती जा रही है। ऐस पिछले एक पखवाड़े से हो रहा है। जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के नेत्र रोग विभाग की ओपीडी में ही आईफ्लू के मरीजों की संख्या हर दिन सैकंड़ों तक पहुंच गई है। वहीं, नेत्र रोगियों की आई ड्रॉप की समस्या खड़ी हो गई है।
मरीजों से लेकर स्टाफ तक पर मंडरा रहा आई फ्लू का संकट
मरीजों की संख्या अधिक होने से सभी को पर्याप्त दवाइयां भी उपलब्ध होने में मुश्किल आ रही है। इधर निजी चिकित्सालयों में मरीजों के साथ स्टाफ को भी आई फ्लू होने से नया संकट खड़ा हो गया है। स्टाफ को छुट्टी पर जाने से मरीजों की संभाल में भी दिक्कतें आ रही है।
जिले की स्कूलों में बच्चों को शिक्षकों द्वारा स्कूटनी कर ही प्रवेश दिया जा रहा है। दरवाजे पर ही बच्चों की जांच के लिए शिक्षक खड़े रहने लगे हैं । आई फ्लू के संदिग्ध बच्चों को बाहर से ही घर लौटा रहे हैं। कक्षाओं में तो सोशल डिस्टेंसिंग शुरू कर दी गई है। चिकित्सा विभाग ने अपनी टीमों को अलर्ट कर दिया है। जेएलएन अस्पताल में आने वाले आईफ्लू के मरीजों के नाम और पते दर्ज किए जा रहे हैं, ताकि निगरानी में आसानी रहे।
4 से 5 दिन लग रहे हैं ठीक होने में
डॉ. राकेश पोरवाल ने बताया कि ठीक होने में चार से पांच दिन लग रहा है। सामान्य दवाओं से तथा ज्यादातर में बिना दवा के भी एक सप्ताह का समय लग रहा है।
जेएलएन में नर्सिंग लगाने लगे चश्म
जेएलएन में लगातार मरीजों के संपर्क में रहने के कारण अब तक कई नर्सिंग वायरस की चपेट में आ चुके हैं। इस कारण डयूटी पर काला चश्मा लगाकर वार्ड में काम कर रहे हैं।