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राजस्थान के अजमेर में भी अब लगाई धारा-144, भाजपा ने जताया ऐतराज

आदेशों में किसी भी पर्व या त्यौहार के नाम का उल्लेख नहीं किया गया है। लेकिन 7 अप्रेल से आगामी एक माह तक अजमेर के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में सरकारी संपति तथा चौराहों पर धार्मिक प्रतीक के झंडे लगाने पर पांबदी लगा दी गई है ।

By Priti JhaEdited By: Updated: Fri, 08 Apr 2022 01:00 PM (IST)
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राजस्थान के अजमेर में भी लगाई धारा-144, भाजपा का ऐतराज, फिर सियासी उबाल के आसार
राजस्थान, एजेंसी। राजस्थान में कोटा और बीकानेर के बाद अब अजमेर जिले में भी धारा-144 लगा दी गई है। ऐसा माना जा रहा है कि प्रशासन ने 10 अप्रेल को रामनवमी और 14 अप्रेल को महावीर जयंती के पर्व को देखते हुए यहां धारा-144 लगाई है। राजस्थान में बीते एक महीने में अजमेर तीसरा शहर है जहां धारा-144 लगाई गई है।

मालूम हो कि भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने आदेशों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने इन आदेशों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोटा और बीकानेर के बाद अब अजमेर में भी तुगलकी फरमान जारी किया गया है।

जानकारी के अनुसार आदेशों में किसी भी पर्व या त्यौहार के नाम का उल्लेख नहीं किया गया है। लेकिन 7 अप्रेल से आगामी एक माह तक अजमेर के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में सरकारी संपति तथा चौराहों पर धार्मिक प्रतीक के झंडे लगाने पर पांबदी लगा दी गई है । मालूम हो कि अजमेर जिला कलक्टर की ओर से जारी आदेशों में किसी भी धार्मिक पर्व या त्यौहार का नाम नहीं लिया गया है। लेकिन कलेक्टर ने एहतियात के तौर पर पूरे जिले में 7 अप्रैल से लेकर आगामी एक माह तक की रोक लगाई है।  

मालूम हो कि हाल ही में राजस्थान के करौली शहर में नवसंवत्सर के मौके पर हिन्दू संगठनों की ओर से निकाली गई बाइक रैली पर पथराव के बाद वहां हिंसा भड़क गई थी। करौली शहर में हुई सांप्रदायिक उपद्रव के इस मुद्दे को भाजपा अब राष्ट्रीय स्तर पर उठाने की योजना बना रही है।

मालूम हो की राजस्थान में बीते एक महीने में अजमेर तीसरा शहर है जहां धारा-144 लगाई गई है। इससे पहले ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर कोटा में धारा-144 लगाई गई थी। वहीं उसके बाद इस माह के प्रथम सप्ताह में बीकानेर शहर में धारा-144 लगाई थी। बीकानेर में हिन्दू धर्म यात्रा और महाआरती से पहले धारा-144 लगाई गई थी। बीकानेर के आदेशों में प्रशासन ने साफ किया गया था कि किसी भी प्रकार यात्रा और जुलूस पर रोक नहीं लगाई गई है। केवल अनुमति लेने की बाध्यता तय की गई है।

कोटा और बीकानेर में लगाई गई धारा-144 का भाजपा ने पुरजोर विरोध किया था | शहरों में लगाई गई धारा-144 पर राजस्थान में राजनीति गरमायी हुई है| इन मामलों को लेकर भाजपा कांग्रेस के गहलोत सरकार पर हमलावर हो गई है| अब अजमेर में धारा-144 लगाये जाने से एक बार फिर से सियासी गर्मी आने की संभावना है|

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