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Rajasthan: बेटों ने जायदाद के लिए किया प्रताड़ित, मां-बाप ने कर ली आत्महत्या; बोलते थे- एक कटोरा लो और भीख मांगो

राजस्थान में हुआ है यहां मां-बाप ने अपने बच्चों से तंग आकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने उनके घर से एक सुसाइड नोट बरामद किया जिसमें उन्होंने साफ साफ बताया है कि उनके बच्चे उनके जायदाद को लेकर परेशान कर रहे थे और मारपीट कर रहे थे। शव गुरुवार को उनके घर के अंदर एक पानी की टंकी से बरामद किए गए।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Fri, 11 Oct 2024 02:04 AM (IST)
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बेटों ने जायदाद के लिए किया प्रताड़ित, मां-बाप ने कर ली आत्महत्या
जागरण डेस्क, जयपुर। मां बाप अपने बच्चे को पढ़ाते हैं कि वो उनके बुढ़ापे का सहारा बने जब वही बच्चा उनके मौत का कारण बन जाए तो इसको लेकर आप क्या कहेंगे। ऐसा राजस्थान में हुआ है यहां मां-बाप ने अपने बच्चों से तंग आकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने उनके घर से एक सुसाइड नोट बरामद किया जिसमें उन्होंने साफ साफ बताया है कि उनके बच्चे उनके जायदाद को लेकर परेशान कर रहे थे और मारपीट कर रहे थे।

दोनों बेटे और बहुएं करती थी पिटाई

पुलिस ने कहा कि 70 वर्षीय हजारीराम बिश्नोई और उनकी 68 वर्षीय पत्नी चावली देवी राजस्थान के नागौर में रहते थे और उनके शव गुरुवार को करणी कॉलोनी में उनके घर के अंदर एक पानी की टंकी से बरामद किए गए। दंपति के चार बच्चे थे - दो बेटे और दो बेटियां। मरने से पहले उन्होंने अपने घर की दीवार पर चिपकाए गए दो पेज के सुसाइड नोट में, उन्होंने लिखा कि उनके एक बेटे, राजेंद्र ने उन्हें तीन बार पीटा, जबकि दूसरे सुनील ने दो बार ऐसा किया।

सुसाइड नोट में लिखा अत्याचारों का विवरण

नोट में कहा गया है कि दंपति के बेटों और उनकी बहुओं ने न केवल उन्हें कई बार पीटा, बल्कि उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी और उन्हें खाना देना बंद कर दिया, और अपनी मां से कहा कि "एक कटोरा ले लो और भीख मांगो"। नोट में बच्चों द्वारा उनके खिलाफ किए गए कथित अत्याचारों को बताया है। उन्होंने नोट में लिखा कि उनके बेटों और बहुओं ने उन्हें चेतावनी दी थी कि अगर इस बारे में किसी कुछ बोला या कोई शिकायत दर्ज कराई तो वे उन्हें नींद में ही मार देंगे।

नोट में राजेंद्र और उसकी पत्नी रोशनी का नाम है साथ ही सुनील, उनकी पत्नी अनीता और बेटा प्रणव का नाम है इन दंपति की बेटियां मंजू और सुनीता का नाम भी नोट में है। उन्होंने नोट में कुछ रिश्तेदारों पर भी आरोप लगाए हैं। दंपति ने कहा कि उनके बच्चे सारी संपत्ति अपने नाम पर चाहते थे और रिश्तेदारों ने उन्हें किसी भी तरह से इसे हासिल करने के लिए प्रेरित किया था।

बेटे देते थे मारने की धमकी

संपत्ति को लेकर बच्चे मां-बाप को काफी परेशान करते थे और उनको दंपति को खाना देने से इनकार कर दिया और हर दिन उनके साथ दुर्व्यवहार करते थे। नोट में कहा गया है कि उनके बेटे सुनील ने उन्हें बुलाया और कहा कि एक कटोरा ले लो, खाना मांगो। मैं तुम्हें खाना नहीं दूंगा। अगर तुमने किसी को बताया तो मैं तुम्हें मार डालूंगा।

फोरेंसिक टीम ने सबूत एकत्र किए

नागौर के पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने कहा कि उन्हें गुरुवार को सूचना मिली कि हजारीराम और चावली के घर में कोई हलचल नहीं देखी गई है और जब उन्होंने परिसर की तलाशी ली, तो उन्हें टैंक में शव मिले। आगे उन्होंने बताया कि घर की चाबी हजारीराम की जेब से मिली और एक फोरेंसिक टीम ने सबूत एकत्र किए हैं। हम घर के अंदर एक सीसीटीवी कैमरे की वीडियो रिकॉर्डिंग ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।

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