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Gogamedi Murder Case: दिल्ली-हरियाणा सीमा में घुसे गोगामेड़ी के हत्यारे, राजस्थान पुलिस ने दोनों राज्यों की पुलिस से किया संपर्क

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी की हत्या करने वाले दोनों शूटरों के राजस्थान छोड़कर दिल्ली और हरियाणा की सीमा में प्रवेश करने की पुलिस को पुख्ता सूचना मिली है। इस पर राजस्थान पुलिस ने हरियाणा व दिल्ली पुलिस से संपर्क किया है। गोगामेड़ी की जिम्मेदारी लारेंस बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर रोहित गोदारा ने ली है।

By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Fri, 08 Dec 2023 06:29 PM (IST)
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सुखदेव सिंह गोगामेडी के शूटरों के राजस्थान छोड़कर दिल्ली-हरियाणा में प्रवेश करने की सूचना मिली है। (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, जयपुर। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी की हत्या करने वाले दोनों शूटरों के राजस्थान छोड़कर दिल्ली और हरियाणा की सीमा में प्रवेश करने की पुलिस को पुख्ता सूचना मिली है। इस पर राजस्थान पुलिस ने हरियाणा व दिल्ली पुलिस से संपर्क किया है।

पुलिस एक टैक्सी चालक तक पहुंची है, जिसकी कार में बैठकर शूटर नितिन फौजी और रोहित राठौड़ चूरू जिले के सुजानगढ़ तक पहुंचे और फिर वहां से बस में बैठकर दिल्ली चले गए। पुलिस फिलहाल टैक्सी चालक का नाम गुप्त रख रही है। अब तक की जांच में पता चला है कि दोनों शूटर जयपुर से ट्रेन से डीडवाना पहुंचे और वहां से 1500 रूपये में टैक्सी किराए पर लेकर सुजानगढ़ गए थे।

यह हो सकता है हत्या का कारण

गोगामेड़ी की जिम्मेदारी लारेंस बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर रोहित गोदारा ने ली है। दरअसल, राजस्थान में पिछले डेढ़ दशक से लारेंस और आनंदपाल सिंह दो गैंग सक्रिय थी। रोहित लारेंस की गैंग में शामिल था। दोनों गैंग में आपस में विवाद होता रहता था। साल, 2017 में आनंदपाल की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई थी। उसके बाद लारेंस पूरी तरह सक्रिय हो गई। लारेंस गैंग की तरफ से रोहित व्यापारियों को धमकी देकर पैसे पैसे वसूलता था।

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इनमें से कई व्यापारी गोगामेड़ी से मदद मांगते थे। गोगामेड़ी उन व्यापारियों को संरक्षण देने का आश्वासन देकर फिरौती नहीं देने के लिए कहता था। इस बात से लारेंस गैंग गोगामेड़ी से नाराज थी। गोगामेड़ी ने लारेंस गैंग से पीड़ित व्यापारियों को संरक्षण देना जारी रखा। यह बात सामने आई है कि इसके बदले गोगामेड़ी व्यापारियों से पैसे लेता था। इस बात को लेकर गोगामेड़ी व लारेंस गैंग के बीच तनाव बढ़ता गया। तीन दिन पहले गोगामेड़ी की हत्या इसी का परिणाम बताया जा रहा है।

व्यापारियों को संरक्षण देता था गोगामेड़ी

जानकारी के अनुसार, दिसंबर, 2022 में चूरू जिले में रतनगढ़ निवासी व्यापारी महिपाल सिंह को रोहित के नाम से धमकी देकर 50 लाख रूपये की फिरौती मांगी गई। फिरौती नहीं देने पर हत्या करने की बात कही। इस पर महिपाल ने गोगामेड़ी से मदद मांगी। गोगामेड़ी ने पैसे नहीं देने के लिए कहा। इस बात से लारेंस गैंग नाराज हो गई। इसके बाद कई ऐसे मामले आए जब लारेंस गैंग से पीड़ित व्यापारी गोगामेड़ी के पास पहुंचे और वहां से उन्हे संरक्षण मिला।

इसके बाद से ही लॉरेंस गैंग और गोगामेड़ी में अदावत की शुरुआत हो गई थी। पंजाब के बठिंडा जेल में बंद लारेंस गैंग के गैंगस्टर संपत नेहरा ने गोगामेड़ी की हत्या की साजिश इस साल फरवरी में रची थी। गोगामेड़ी की हत्या के लिए वह एके-47 का प्रबंध करने में जुटा था। इस बात की जानकारी पंजाब के पुलिस महानिदेशक ने राजस्थान पुलिस के महानिदेशक को पत्र लिखकर दी थी।

गोगामेड़ी ने मांगी थी सुरक्षा

इसके बाद गोगामेड़ी ने तीन बार पुलिस सुरक्षा की मांग की। लारेंस गैंग से गोगामेड़ी को लगातार जान से मारने की धमकी मिल रही थी। पुलिस से सुरक्षा नहीं मिलती देख गोगामेड़ी ने खुद के स्तर पर छह सुरक्षाकर्मी लगाए थे, लेकिन विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण सुरक्षाकर्मियों के हथियार पुलिस थाने में जमा थे। खुद गोगामेड़ी के हथियार भी पुलिस थाने में जमा थे।

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यही कारण था कि गोगामेड़ी ने पांच सुरक्षाकर्मियों को अवकाश पर गांव भेज दिया। एक सुरक्षाकर्मी उनके साथ था, लेकिन उसके पास हथियार नहीं था। यह माना जा रहा है कि शूटर्स को इस बारे में पूरी जानकारी थी। उन्हें मौक का लाभ उठाते हुए पांच दिसंबर को गोगामेड़ी के घर पहुंचकर उनकी हत्या कर दी।