Rajsthan: जैसलमेर में रियासतकालीन छतरियों के पुनर्निर्माण को लेकर तनाव, महिलाओं-बच्चों ने फेंके पत्थर; कई पुलिसकर्मी घायल
जैसलमेर के बासनपीर गांव में रियासतकालीन छतरियों (स्मारक) के पुनर्निर्माण को लेकर तनाव उत्पन्न हो गया है। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुलिस और धरोहर संरक्षण समिति के सदस्यों पर पत्थरबाजी की जिसमें पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। छतरियों के निर्माण को लेकर ग्रामीणों में पहले से आक्रोश था। महिलाओं और बच्चों ने भी पत्थर फेंके जिससे कई वाहनों को नुकसान पहुंचा।
जागरण संवाददाता, जैसलमेर। जैसलमेर के बासनपीर गांव में रियासतकालीन छतरियों (स्मारक) के पुनर्निर्माण को लेकर तनाव उत्पन्न हो गया है।
छतरियों के निर्माण को लेकर ग्रामीणों में पहले से आक्रोश था
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुलिस और धरोहर संरक्षण समिति के सदस्यों पर पत्थरबाजी की, जिसमें पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। छतरियों के निर्माण को लेकर ग्रामीणों में पहले से आक्रोश था।
कार्य प्रारंभ होते ही पत्थरबाजी शुरू हुई
प्रशासन ने उनसे वार्ता की थी, लेकिन जैसे ही कार्य प्रारंभ हुआ, उन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दी। महिलाओं और बच्चों ने भी पत्थर फेंके, जिससे कई वाहनों को नुकसान पहुंचा।
30 लोगों को हिरासत में लिया
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करते हुए 30 लोगों को हिरासत में लिया है, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं।
बासनपीर में वीर झुंझार रामचंद्र जी सोढ़ा और हदूद जी पालीवाल की स्मृति में छतरियों का निर्माण पिछले कई वर्षों से चल रहा है। वर्ष 2019 में इन स्मारकों को क्षतिग्रस्त किया गया था, जिसके खिलाफ झुंझार धरोहर बचाओ संघर्ष समिति ने विरोध प्रदर्शन किया था।
एसडीएम कार्यालय में दोनों पक्षों के बीच वार्ता कराई गई
बुधवार को एसडीएम कार्यालय में दोनों पक्षों के बीच वार्ता कराई गई, जिसके बाद कार्य शुरू हुआ था, मगर गुरुवार को गांव के लोगों ने फिर से उग्र विरोध शुरू कर दिया। पुलिस ने गांव में अतिरिक्त बल तैनात किया है। उपद्रव भड़काने वालों की पहचान की जा रही है।
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