Move to Jagran APP

Maharashtra Election 2024: ‘महाराष्ट्र में सरकार विरोधी भावना है और हमें इसका फायदा मिलेगा’ : कांग्रेस पर्यवेक्षक अशोक गहलोत

महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान होंगे। इससे पहले महाराष्ट्र में राजनीतिक माहौल गर्म है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच अशोक गहलोत का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पक्ष में पहले से ही अनुकूल माहौल है। मैं हाल ही में महाराष्ट्र में था और आम लोगों में सरकार विरोधी भावना है जिसका हमें फायदा मिलेगा।

By Jagran News Edited By: Versha Singh Updated: Fri, 01 Nov 2024 03:19 PM (IST)
Hero Image
महाराष्ट्र में सरकार विरोधी भावना है - अशोक गहलतो (फोटो-ANI)
एएनआई, जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए वर्तमान वरिष्ठ कांग्रेस पर्यवेक्षक अशोक गहलोत को अघासी गठबंधन (Aghasi alliance) के अच्छे प्रदर्शन का भरोसा है।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में असंतुष्ट बागी कांग्रेस नेताओं की स्थिति के बारे में गहलोत ने कहा, कांग्रेस के पक्ष में पहले से ही अनुकूल माहौल है। मैं हाल ही में महाराष्ट्र में था और आम लोगों में सरकार विरोधी भावना है, जिसका हमें फायदा मिलेगा। मुझे उम्मीद है कि मौजूदा माहौल के अनुसार, कांग्रेस और गठबंधन चुनाव जीतेगा। बागियों को मनाने के बारे में, जिस दिन से फॉर्म भरे गए थे, तब से प्रक्रिया चल रही है। हम लगातार उनके संपर्क में हैं। फॉर्म वापस लेने की आखिरी तारीख 4 नवंबर है और मुझे उम्मीद है कि कई बागी नेता उस तारीख तक अपने फॉर्म वापस ले लेंगे।

कांग्रेस चुनाव के लिए है एकजुट- गहलोत

राजस्थान विधानसभा की सात सीटों के लिए आगामी उपचुनावों पर गहलोत ने कहा, ये चुनाव स्थानीय हैं। मतदान सही तरीके से होता है और स्थानीय मुद्दों के आधार पर चुनाव होते हैं। मुझे अभी भी लगता है कि स्थानीय समस्याएं और मुद्दे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और ये चुनाव उसी के अनुसार होंगे। स्थिति क्या होगी, इसका अनुमान लगाना अभी जल्दबाजी होगी, लेकिन सभी प्रतिबद्ध हैं और कांग्रेस इस चुनाव के लिए एकजुट है।

गहलोत ने एक राष्ट्र, एक चुनाव पहल के लिए लोकतांत्रिक संवाद के महत्व को भी रेखांकित किया और राजस्थान में आगामी स्थानीय चुनावों के लिए कांग्रेस की एकजुटता पर विश्वास व्यक्त किया।

ये अनैतिक लोग हैं- अशोक गहलोत

गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक राष्ट्र, एक चुनाव पहल और समान नागरिक संहिता को लागू करने की टिप्पणियों पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा, देखिए, ये अनैतिक लोग हैं। इनका लोकतंत्र में कोई विश्वास नहीं है; अन्यथा, वे जल्दबाजी में काम नहीं करते। यदि आप (सरकार) कोई काम करना चाहते हैं, तो संसद में जनता और विपक्षी दलों को शामिल करते हुए बिल लाएं।

उन्होंने आगे कहा कि किसान आंदोलन को ही देख लीजिए, जिसमें 700 किसानों ने बेवजह अपनी जान गंवा दी और सरकार को झुकना पड़ा, जिससे बिल रुक गया। तो उसका क्या फायदा हुआ?

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री ने गोधरा कांड पर पाठ्यपुस्तकों की अनुपस्थिति संबंधी राजस्थान के वर्तमान शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की टिप्पणी पर भी बात की।

शिक्षा मंत्री दिलावर द्वारा गोधरा कांड से जुड़ी पाठ्यपुस्तकों की कमी के बारे में गहलोत सरकार के पिछले कार्यकाल में की गई टिप्पणी के जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, इस मामले में मुझे कोई जानकारी नहीं है, लेकिन आप मंत्री जी को जानते हैं। वे किसी के बारे में कुछ भी कह सकते हैं। मुख्यमंत्री ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। मैंने कहा है कि मुझे कोई जानकारी नहीं है, लेकिन पाठ्यपुस्तकों से विषय जोड़ना या हटाना अच्छी परंपरा नहीं है। एक समिति होनी चाहिए जो तय करे कि कौन से विषय शामिल करने हैं और कौन से नहीं और इसके लिए वास्तव में एक समिति है।

यह भी पढ़ें- Suryakanta Vyas Died: 'जीजी' नहीं रहीं, राजस्थान की सबसे उम्रदराज MLA रहीं सूर्यकांता व्यास का निधन

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।