Rajasthan: अशोक गहलोत और गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच ईआरसीपी पर ट्वीट वार, जानें-किसने क्या कहा
ERCP पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से राजनीतिक संन्यास लेने की मांग उठाई है। इस मामले पर दोनों नेताओं ने ट्वीट कर एक-दूसरे पर जमकर निशाना साधा है।
By Sachin Kumar MishraEdited By: Updated: Sat, 09 Apr 2022 07:04 PM (IST)
जागरण संवाददाता, जयपुर। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) पर बयानबाजी को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से राजनीतिक संन्यास लेने की मांग उठाई है। दोनों इंटरनेट मीडिया पर आमने-सामने हो गए। गहलोत ने ट्वीट कर सात जुलाई, 2018 को जयपुर की रैली और छह अक्टूबर, 2018 को अजमेर रैली में प्रधानमंत्री के भाषण का ईआरसीपी से संबंधित वक्तव्य शेयर किया है।गहलोत ने राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए शेखावत से वचन निभाने और संन्यास लेने की मांग की है। गहलोत ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से जारी वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि गजेंद्र सिंह शेखावत आपकी तसल्ली के लिए ठीक से सुनिए 2018 में 'पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना' (ईपीआरसी) पर प्रधानमंत्री मोदी के क्या शब्द थे? 'पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना से 13 जिलों में सिंचाई और 40 फीसद आबादी को मीठा पानी मिलेगा, क्या ये भी झूठ और झांसा था?'
अशोक गहलोत ने कहा, मैं वादे को याद दिला रहा हूं अशोक गहलोत ने कहा कि जलशक्ति मंत्री का कहना है कि पीएम ने अजमेर की रैली में ईआरसीपी पर एक शब्द नहीं कहा, यदि कहा है तो वो राजनीति से संन्यास ले लेंगे। सात जुलाई, 2018 को जयपुर की रैली में प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में स्पष्ट तौर पर ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने पर सकारात्मक रुख रखने की बात कही है। छह अक्टूबर, 2018 को अजमेर रैली में जयपुर का नाम लेकर अपने इस वादे को दोहराया है। होना ये चाहिए था कि उन्हें पहले से चल रहे 16 नेशनल प्रोजेक्ट के साथ ईआरसीपर को भी 17वें राष्ट्रीय प्रोजेक्ट का दर्जा दिलवाकर पीएम के वादे को पूरा करवाना चाहिए था। शेखावत राजस्थान से सांसद हैं और केंद्र में जलशक्ति मंत्री है। उनकी राजस्थान की अन्य परियोजनाओं में तो कोई रुचि नहीं है, लेकिन उनके अपने विभाग की महत्वपूर्ण परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिलाने के लिए भी कोई रुचि नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है।
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, हम जो कहते हैं वह करते हैं गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट कर कहा कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना पर राजनीतिक करने के लक्ष्य से गहलोत सरकार के मंत्री और खुद मुख्यमंत्री का जो व्यवहार है, उसे किसी भी सूरत में सामान्य नहीं कहा जा सकता है। आमजन की भावनाओं का इस्तेमाल कर सिर्फ राजनीतिक फायदों के लिए मांग उठाने वाले यह याद रखें कि यह मोदी सरकार है। हम जो कहते हैं, वह करते हैं। गहलोत सरकार को अपनी भूमिका निभानी पड़ेगी। अपनी नाकामी को छुपाने के लिए हर योजना पर राजनीति करने की आदत कांग्रेस को छोड़नी पड़ेगी, नहीं तो राजनीति उन्हें छोड़ देगी।
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