Move to Jagran APP

Rajasthan: उदयपुर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने से पर्यटकों की संख्या हो सकती है दोगुनी

Udaipur airport. उदयपुर के महाराणा प्रताप हवाई अड्डे से फिलहाल दो दर्जन से अधिक दैनिक उड़ानें संचालित होती हैं। इसको अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए रनवे को बढ़ाना होगा।

By Sachin MishraEdited By: Updated: Wed, 11 Dec 2019 01:59 PM (IST)
Hero Image
Rajasthan: उदयपुर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने से पर्यटकों की संख्या हो सकती है दोगुनी
उदयपुर, संवाद सूत्र। Udaipur airport. स्थानीय महाराणा प्रताप हवाईअड्डा को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए डेढ़ सौ एकड़ जमीन की जरूरत है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द शुरू कराने को लेकर एयरपोर्ट प्रशासन ने राज्य सरकार एवं उदयपुर जिला प्रशासन को पत्र लिखा है। इससे एयरपोर्ट एडवाइजरी कमेटी भी राज्य सरकार से उदयपुर एयरपोर्ट को भूमि उपलब्ध कराने की मांग कर चुकी है।

उदयपुर के महाराणा प्रताप हवाई अड्डे से फिलहाल दो दर्जन से अधिक दैनिक उड़ानें संचालित होती हैं। इसको अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए रनवे को बढ़ाना होगा। इसके लिए एयरपोर्ट प्रशासन ने 145 एकड़ भूमि की जरूरत बताई और एयरपोर्ट निदेशक कुलदीप ऋषि ने एयरपोर्ट एडवाइजरी कमेटी की बैठक में इसका प्रस्ताव रखा था। इसके लिए एयरपोर्ट प्रशासन ने पूरी रूपरेखा बना रखी है। इसमें बताया कि रनवे का विस्तार होने के साथ यहां बड़े विमान यानी एयरबस भी आसानी से उतर पाएंगी। इधर, पता चला है कि राज्य सरकार भी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए सहमत हो चुकी है। माना जा रहा मंत्रिमंडल की अगली बैठक में इस संबंध में ठोस निर्णय लिया जा सकेगा।

चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी भी उदयपुर एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के पक्षधर हैं और उन्होंने इस संबंध में एयरपोर्ट एडवाइजरी कमेटी के लिए गए निर्णय से राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अवगत कराया। सांसद जोशी का कहना है कि प्रदेश में सर्वाधिक पर्यटक उदयपुर में आते हैं। इसके लिए उन्हें दूसरे शहरों से होकर आना पड़ता है। यदि विदेश से सीधी फ्लाइट होगी तो वह सीधे उदयपुर आएंगे। उदयपुर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने के बाद यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या दोगुनी हो सकती है।

उदयपुर के महाराणा प्रताप हवाई अड्डा प्लास्टिक वेस्ट मुक्त बन चुका है। इसके लिए एयरपोर्ट प्रशासन ने यहां के्रसर मशीन लगाई है जो एक बार में सौ किलो से अधिक प्लास्टिक वेस्ट यानी पानी की खाली बोतल तथा अन्य वस्तुओं को तोड़कर चूरे में तब्दील कर देती है। फिलहाल, उदयपुर एयरपोर्ट पर बीस किलोग्राम प्लास्टिक वेस्ट हर दिन निकलता है। अवन्ती का बीएस 200 पी मॉडल की यह मशीन महज एक लाख तीस हजार रुपये की है।

राजस्थान की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।