Ram Mandir: 'राम को नहीं मानने वाले कर रहे संविधान का अपमान', उपराष्ट्रपति बोले- रामराज्य की कल्पना संविधान में निमित
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि राष्ट्रहित को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जा सकता है। संविधान में भी राम मंदिर का जिक्र है। ऐसे में जो लोग राम को नहीं मानते हैंवह संविधान का भी अपमान कर रहे हैं।उन्होंने विश्व इलेक्ट्रोपैथी दिवस के मौके पर जयपुर के राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर सभागार में आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार में आर्थिक राष्ट्रवाद पर जोर देते हुए कहा कि स्वदेशी सामान अपनाना चाहिए।
जागरण संवाददाता, जयपुर। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि राष्ट्रहित को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जा सकता है। संविधान में भी राम मंदिर का जिक्र है। ऐसे में जो लोग राम को नहीं मानते हैं, वह संविधान का भी अपमान कर रहे हैं। संविधान में भी 20 से अधिक चित्र हैं, उनमें से मौलिक अधिकारों पर चित्रों में राम-सीता और लक्ष्मण के फोटो छपे हुए हैं। रामराज्य की कल्पना भारत के संविधान में निमित है।
राम को नहीं मानने वाले करते हैं संविधान का अपमान
दूदू विधानसभा क्षेत्र के एक कार्यक्रम की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे पीड़ा होती है, जब कोई हलफनामा देता है कि राम काल्पनिक हैं। ऐसे लोग भारत के संविधान निर्माताओं का अनादर कर रहे हैं, जिन्होंने विवेकपूर्ण तरीके से उन चित्रों को वहां जगह दी है। ऐसे लोग अज्ञानी हैं, वे इतिहास से अनभिज्ञ हैं।धनखड़ ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार के समय जब मैं राजस्थान आता था तो मेरा हेलीकॉप्टर उतरने नहीं दिया जाता था। सरकार ने हेलीकॉप्टर उतरने की अनुमति नहीं दी थी तब प्रेमचंद बैरवा, जो कि वर्तमान उप मुख्यमंत्री हैं, उन्होंने एक किसान को तैयार किया था। किसान ने जिला प्रशासन को लिखकर सूचना दी कि मेरे खेत में 15 हेलीकॉप्टर उतर सकते हैं। उसके बाद कलेक्टर ने हेलीकाप्टर उतरने की अनुमति दी थी।
स्वदेशी अपनाने पर जोर
धनखड़ ने विश्व इलेक्ट्रोपैथी दिवस के मौके पर शनिवार को जयपुर के राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर सभागार में आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार में आर्थिक राष्ट्रवाद पर जोर देते हुए कहा कि स्वदेशी सामान अपनाना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हम देश में वही आयात करें, जो हमारे राष्ट्र के लिए अति आवश्यक है। जब भारत आजादी के स्वर्णिम 100 साल मनाएगा, तब भारत दुनिया में सिरमौर होगा।
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उपराष्ट्रपति ने की सीएम भजनलाल शर्मा की प्रशंसा
धनखड़ ने कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की प्रशंसा करते हुए कहा कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं। उन्होंने सीएम से अपने अस्वस्थ पिता का उपचार इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा पद्धति से करवाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि योग केवल योग दिवस तक सीमित नहीं है। योग का हर दिन महत्व है। इस मौके पर सीएम शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयुष चिकित्सा पद्धति का विस्तार किया जा रहा है।
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