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Jodhpur: अस्पताल कर्मचारी ने यूट्यूब देखकर कर किया ECG स्कैन, वीडियो वायरल होने पर मचा हड़कंप; जांच शुरू

Viral Video जोधपुर के सरकारी अस्पताल का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक लैब अटेंडेंट यूट्यूब से वीडियो देखकर मरीज का ईसीजी स्कैन करता है। वीडियो सामने आने के बाद हड़कंप मच गया जिसके बाद हरकत में आए प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने कहा कि वीडियो की जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Sun, 03 Nov 2024 09:03 PM (IST)
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लैब अटेंडेंट ने यूट्यूब से देखकर ईसीजी स्कैन किया। (Photo- Internet Media)
पीटीआई, जयपुर। जोधपुर के सरकारी अस्पताल में यूट्यूब क्लिप देखने के बाद एक लैब अटेंडेंट द्वारा मरीज का ईसीजी स्कैन करने का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसके बाद प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है।

वीडियो में मरीज के परिजन आपत्ति जताते हुए नजर आ रहे हैं और कह रहे हैं कि बिना उचित जानकारी के स्कैन करने से उसकी मौत हो सकती है, जिस पर अटेंडेंट ने कहा कि स्टाफ न होने के कारण उसके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं था।

छुट्टी पर गया था टेक्नीशियन

सहायक यह भी कहते हुए सुनाई दे रहा है कि लैब टेक्नीशियन दिवाली की छुट्टी पर घर गया है। उसने कहा कि सब कुछ सही जगह पर लगा दिया गया है और मशीन जो भी काम करना होगा, वह करेगी। अधिकारियों के अनुसार यह घटना हाल ही में पावटा स्थित सैटेलाइट अस्पताल में हुई, जिसका वीडियो शनिवार को सामने आया है।

वीडियो सामने आने के बाद संबद्ध मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल बीएस जोधा ने कहा कि मामले और वीडियो की जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। वायरल वीडियो कथित तौर पर जोधपुर के पावटा अस्पताल में रिकॉर्ड किया गया था, जिसमें मरीज के परिवार के सदस्यों को कर्मचारी से पूछते हुए देखा जा सकता है कि ECG किसी पेशेवर द्वारा क्यों नहीं की गई। परिवार के सदस्यों ने एक मेडिकल स्टाफ के रूप में उनके अनुभव के बारे में भी पूछा, जिस पर उन्होंने जवाब दिया कि उन्हें ECG करने का पूरा भरोसा है, हालांकि उन्होंने पहले कभी ऐसा नहीं किया है।

क्या है ईसीजी?

बता दें कि ईसीजी या इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम, हृदय संबंधी बीमारियों का पता लगाने के लिए आवश्यक एक चिकित्सा परीक्षण है, क्योंकि यह मनुष्य की विद्युत गतिविधि को रिकॉर्ड करता है। यह आम तौर पर दिल के दौरे की संभावना के प्रारंभिक आकलन के रूप में किया जाता है। ईसीजी के परिणामों का उपयोग कई गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों का निदान करने के लिए किया जाता है, जिसमें दिल का दौरा और रुकावटें शामिल हैं। परिणामों का उपयोग यह तय करने के लिए भी किया जाता है कि किसी प्रकार की हृदय शल्य चिकित्सा की आवश्यकता है या नहीं।

वीडियो सामने आने के बाद, संलग्न मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल बीएस जोधा ने कहा कि मामले और वीडियो की जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। वायरल वीडियो ने राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य ढांचे और कर्मचारियों की उपलब्धता को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। एक यूजर ने कहा कि स्वास्थ्य ढांचा अब भगवान के हाथ में है। दूसरे यूजर ने कहा कि इस स्टाफ के आत्मविश्वास ने मुझे हैरान कर दिया है।

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