Kota Suicide: कोटा में NEET की तैयारी कर रहे छात्र ने किया सुसाइड, झारखंड के रहने वाला था
Kota Suicide कमरे का दरवाजा तोड़ा तो छात्र फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची । पुलिस ने शव को एमबीएस अस्पताल में पहुंचायाजहां चिकित्सकों ने उसको मृत घोषित कर दिया । शव को अस्प्ताल की मोर्चरी में रखवा कर छात्र के स्वजनों को सूचना दी गई है। स्वजनों के कोटा पहुंचने के बाद शव का पोस्टमार्टम होगा।
जागरण संवाददाता,जयपुर। देश में कोचिंग हब के रूप में प्रसिद्ध राजस्थान के कोटा में गुरूवार को एक और कोचिंग छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने वाला छात्र मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट की तैयारी के लिए झारखंड के देवधर से करीब एक साल पहले कोटा आया था। वह कोटा में एक कोचिंग संस्थान में नीट की तैयारी करने के साथ ही 12वीं कक्षा की पढ़ाई भी एक निजी स्कूल में कर रहा था। वह कोटा के दादाबाड़ी में एक हास्टल में रह रहा था।
पुलिस थाना अधिकाारी नरेश मीणा ने बताया कि मृतक 17 वर्षीय छात्र श्रषित अग्रवाल झारखंड में देवधर का निवासी है। गुरूवार को उसके स्वजनों ने मोबाइल पर फोन किया तो उसने बात नहीं की। वह दोपहर तक हास्टल में कमरे से बाहर भी नहीं निकला । इस बीच स्वजनों ने हास्टल संचालक को सूचना दी।हास्टल संचालक ने कमरे के बाहर जाकर आवाज दी,लेकिन अंदर से काई जवाब नहीं मिला । इस पर कमरे का दरवाजा तोड़ा तो छात्र फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची । पुलिस ने शव को एमबीएस अस्पताल में पहुंचाया,जहां चिकित्सकों ने उसको मृत घोषित कर दिया । शव को अस्प्ताल की मोर्चरी में रखवा कर छात्र के स्वजनों को सूचना दी गई है।
स्वजनों के कोटा पहुंचने के बाद शव का पोस्टमार्टम होगा। एफएसएल की टीम ने कमरे की जांच पड़ताल की है। छात्र के स्वजनों को सूचना दी गई है। वे झारखंड से कोटा के लिए रवाना हो गए। कोटा पहुंचने के बाद शव का पोस्टमार्टम होगा।उल्लेखनीय है कि कोटा में इस साल अब तक 11 कोचिंग छात्र-छात्राओं ने आत्महत्या की है। शुरुआती जांच में सामने आया कि पढ़ाई के दबाव के कारण छात्र ने आत्महत्या की है।
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