Udaipur: बैलों का ख्याल नहीं रखा तो गुस्साए चचेरे भाई ने कर दी थी छोटे भाई की हत्या, मुंबई से पकड़ा गया आरोपी
उदयपुर जिले के खेरोदा थाना क्षेत्र में दस साल के बालक की हत्या के मामले में पुलिस ने उसके चचेरे भोई को गिरफ्तार किया है। उसने बताया कि बैलों का ख्याल नहीं रखने पर वह गुस्सा गया था। शराब के नशे में उसे पता नहीं चला और इतनी जोर से उसकी पिटाई कर दी कि उसकी मौत हो गई ।
By Jagran NewsEdited By: Sonu GuptaUpdated: Thu, 28 Sep 2023 07:50 PM (IST)
जागरण न्यूज नेटवर्क, उदयपुर। जिले के खेरोदा थाना क्षेत्र में दस साल के बालक की हत्या के मामले में पुलिस ने उसके चचेरे भोई को गिरफ्तार किया है। उसने बताया कि बैलों का ख्याल नहीं रखने पर वह गुस्सा गया था। शराब के नशे में उसे पता नहीं चला और इतनी जोर से उसकी पिटाई कर दी कि उसकी मौत हो गई। जब उसकी सांसें थम गईं तो वह घबरा गया।
पुलिस से बचने के लिए उसने प्लास्टिक के एक कट्टे में अपने मृत चचेरे भाई के शव को रखा और उसे भारी पत्थर से बांधकर कुएं में फैंक दिया था, जिसके बाद वह मुंबई चला गया और निश्चिंत हो उठा कि अब वह कभी पकड़ में नहीं आएगा।
पुलिस अधीक्षक ने हत्या के बारे में क्या कहा?
पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव ने गुरुवार को पिपली फला राणीडुंगला गांव के दस साल के बालक अशोक मीणा की जघन्य हत्या का खुलासा करते हुए मीडिया को बताया कि उसकी हत्या उसी के चचेरे भाई भीमा उर्फ भीमराज मीणा ने शराब के नशे में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।इस तरह पुलिस पहुंची हत्या के आरोपी के पास
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अशोक के सगे बड़े भाई प्रेमलाल पुत्र भज्जे सिंह मीणा ने 24 सितम्बर को उसके लापता होने का मामला दर्ज कराया था। इसी बीच पता चला कि गांव के लुड़ी वाले कुएं में प्लास्टिक का एक सफेद कट्टा तैर रहा है जिस पर पुलिस ने कट्टे को बाहर निकलवाया और हैरानी की बात थी कि उसमें अशोक का शव बरामद हुआ। कट्टा एक बड़े पत्थर से बंधा हुआ था, जिससे यह अनुमान लगाना आसान था कि हत्या के बाद उसका शव कुएं में डाल दिया था। यह शव हत्या की घटना के तीन-चार दिन बाद मिला, जिससे शव सड़-गल चुका था। पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 302, 201 और जेजे एक्ट की धारा 75 के तहत मामला दर्ज किया है।
मां की भी हुई थी हत्या
पुलिस ने बताया कि मृतक अशोक मीणा की मौत जिस युवक ने की, उसके भाई भूरालाल ने अशोक की मां की हत्या की थी। जो अभी जेल में हैं। पूर्व में यह आशंका जताई जा रही कि अशोक की हत्या में भूरालाल का हाथ है लेकिन पुलिस की जांच में पता चला कि वह जेल में है। इसी बीच पता चला कि अशोक के लापता होने से एक दिन पहले भीमा उर्फ भीमराज मीणा उसके साथ मारपीट करता हुए अपने घर ले जा रहा था।यह भी पढ़ेंः 'दुनिया में कोई भी महान काम एक प्रयास में नहीं हुआ, असफलता से न डरें' उपराष्ट्रपति की छात्रों को सलाह
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