अपनों को दें उपहार चुनने की आज़ादी
अगर आप अपनों को उनका मनपसंद उपहार देना चाहते हैं तो इसके लिए गिफ्ट कार्ड एक अच्छा विकल्प है। इसी वजह से इसका चलन बढ़ता जा रहा है। क्या है इसके इस्तेमाल का सही तरीका, आइए जानते हैं सखी के साथ।
By Edited By: Updated: Tue, 02 Feb 2016 12:45 PM (IST)
अगर आप अपनों को उनका मनपसंद उपहार देना चाहते हैं तो इसके लिए गिफ्ट कार्ड एक अच्छा विकल्प है। इसी वजह से इसका चलन बढता जा रहा है। क्या है इसके इस्तेमाल का सही तरीका, आइए जानते हैं सखी के साथ।
इस तेज रफ्तार जिंदगी में लोगों की जीवनशैली भी उतनी ही तेजी से बदल रही है। उपलब्ध सुविधाओं के अलावा उपभोक्ताओं को हमेशा कुछ नया पाने की लालसा रहती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए अब कई बैंकों ने गिफ्ट कार्ड की शुरुआत की है। क्रेडिट या डेबिट कार्ड की तुलना में इसका इस्तेमाल ज्य़ादा आसान है।क्या है गिफ्ट कार्डयह भी डेबिट कार्ड की तरह होता है। इसे प्री-पेमेंट कार्ड भी कहा जाता है। इसमें पहले से पैसा जमा करवाना जरूरी होता है। बैंक तकरीबन 100 रुपये का शुल्क लेकर इसे जारी करते हैं। इसके साथ अच्छी बात यह है कि इसे आप किसी भी बैंक से ख्ारीद सकते हैं। इसके लिए बैंक में पहले से अकाउंट होना जरूरी नहीं है। हां, इसमें हर माह ख्ार्च करने की सीमा निर्धारित होती है।
सबसे अच्छा विकल्पअगर आप किसी को उसके जन्मदिन या शादी की सालगिरह जैसे अवसर पर कोई उपहार देना चाहते हैं, लेकिन उसके लिए सही गिफ्ट का चुनाव नहीं कर पाते तो ऐसी दुविधा से बचने के लिए उपहार के रूप में गिफ्ट कार्ड देना सबसे अच्छा विकल्प है। इससे वह व्यक्ति अपनी पसंद और जरूरत के हिसाब से चीजें ख्ारीद सकता है। आप बैंक के गिफ्ट कार्ड में न्यूनतम 500 से अधिकतम 50,000 रुपये जमा करवा सकते हैं। हालांकि, अलग-अलग बैंकों के लिए इस राशि में अंतर हो सकता है। बैंक जिस लिफाफे में गिफ्ट कार्ड देते हैं, उसमें पिन नंबर भी होता है। गिफ्ट कार्ड को बैंक की ब्रांच से या ऑनलाइन भी ख्ारीदा जा सकता है। बैंक से ख्ारीदने पर यह कार्ड उसी वक्त मिल जाता है। ऑनलाइन ख्ारीदने पर यह कार्ड व्यक्ति के पास एक सप्ताह बाद पहुंचता है। बैंक से जारी किए गए गिफ्ट कार्ड में दोबारा भी राशि जमा करवाई जा सकती है। यह एक से तीन साल तक मान्य रहता है। कार्ड खो जाने पर 100 रुपये देकर इसे दोबारा बनवाया जा सकता है। आउटफिट्स या गैजेट्स बेचने वाली कई बडी कंपनियों के अलावा कुछ ट्रैवल और रिटेल कंपनियां भी गिफ्ट कार्ड जारी करती हैं, लेकिन इनका इस्तेमाल उन्हीं कंपनियों के स्टोर में किया जा सकता है। अगर ऐसे गिफ्ट कार्ड के पूरे पैसे ख्ार्च न हों तो उसे नकदी में बदलने या वापस करने का विकल्प नहीं होता। ऐसे गिफ्ट कार्ड से ख्ारीदारी के बदले पॉइंट्स मिलते हैं, जिनके जमा हो जाने पर अगली शॉपिंग में नकद छूट भी मिलती है।
ई-कॉमर्स का गिफ्ट कार्डआजकल कई बडी ई-कॉमर्स कंपनियां भी गिफ्ट कार्ड देती हैं। इसमें आप 25 रुपये से 10,000 तक की राशि जमा करवा सकते हैं। देश के प्रमुख सरकारी और निजी क्षेत्र के बैंक मोबाइल वॉलेट की भी सुविधा दे रहे हैं। इस एप्लीकेशन में पहले से पैसे जमा कराने की जरूरत होती है। इससे आप किसी के बैंक अकाउंट में या मोबाइल नंबर पर और सोशल साइट के दोस्तों को भी पैसे भेज सकते हैं। इसके अलावा आप मोबाइल या डीटीएच रिचार्ज, बिजली, पानी और टेलीफोन का बिल भी जमा करवा सकते हैं। आजकल सभी बैंक ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए उन्हें यह सुविधा दे रहे हैं। अंत में, गिफ्ट कार्ड एक ऐसा माघ्यम है, जिसके जरिये आप अपनों को उपहार चुनने की आजादी दे सकते हैं। इन बातों का रखें ध्यानअगर आप किसी को गिफ्ट कार्ड देना चाहते हैं तो आपको इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए : - आमतौर पर गिफ्ट कार्ड किसी बडे ब्रैंड के शो रूम्स, शॉपिंग मॉल या ऑनलाइन शॉपिंग के लिए ही इस्तेमाल किए जाते हैं। इसलिए अगर आप किसी को गिफ्ट कार्ड देते हैं तो आपको इस बात की पूरी जानकारी होनी चाहिए कि उस व्यक्ति के आसपास ये सारी सहूलियतें मौजूद हों और वह ब्रैंडेड चीजें ख्ारीदना पसंद करता हो। - अगर आपको किसी ने उपहार के रूप में गिफ्ट कार्ड दिया है तो आप उसे अच्छी तरह संभाल कर रखें क्योंकि यह करेंसी की तरह होता है। यह जिस व्यक्ति के हाथ में होगा, वही इसका इस्तेमाल कर सकता है। क्रेडिट या डेबिट कार्ड की तरह इसका पिन नंबर ब्लॉक करवाना आसान नहीं होता। - गिफ्ट कार्ड की वैलिडिटी का विशेष ध्यान रखें और एक्सपायरी डेट के पहले ही उसका इस्तेमाल कर लें। सखी फीचर्स वित्तीय सलाहकार एम. के. अरोडा से बातचीत पर आधारित