Indira Ekadashi 2024: श्राद्ध पक्ष की इंदिरा एकादशी है खास, पितरों की कृपा के लिए करें ये काम
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार पितृ पक्ष में आने वाली एकदाशी तिथि को विशेष माना गया है। पितृ पक्ष की इंदिरा एकादशी (Pitru Paksha Ekadashi) पितरों को प्रसन्न करने के लिए एक उत्तम तिथि है। ऐसे में आप इस तिथि पर भगवान विष्णु की पूजा के साथ-साथ पितरों की कृपा प्राप्ति के लिए ये कार्य भी कर सकते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल आश्विन मास में आने वाली कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर इंदिरा एकादशी का व्रत किया जाता है। पितृ पक्ष में आने के कारण इस एकादशी को भगवान विष्णु के साथ-साथ पितरों के लिए भी समर्पित माना जाता है। ऐसे में आप इस एकादशी के दिन पितृ स्तोत्र और पितृ कवच का पाठ कर पितरों को प्रसन्न कर सकते हैं। ऐसा करने से पितरों की कृपा आपके ऊपर बनी रहती है, जिससे जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
।।पितृ स्तोत्र।
अर्चितानाममूर्तानां पितृणां दीप्ततेजसाम् ।नमस्यामि सदा तेषां ध्यानिनां दिव्यचक्षुषाम् ।।
इन्द्रादीनां च नेतारो दक्षमारीचयोस्तथा ।सप्तर्षीणां तथान्येषां तान् नमस्यामि कामदान् । ।
मन्वादीनां च नेतार: सूर्याचन्दमसोस्तथा ।तान् नमस्यामहं सर्वान् पितृनप्युदधावपि ।।नक्षत्राणां ग्रहाणां च वाय्वग्न्योर्नभसस्तथा ।द्यावापृथिवोव्योश्च तथा नमस्यामि कृताञ्जलि: ।।
देवर्षीणां जनितृंश्च सर्वलोकनमस्कृतान् ।अक्षय्यस्य सदा दातृन् नमस्येहं कृताञ्जलि: ।।प्रजापते: कश्पाय सोमाय वरुणाय च ।योगेश्वरेभ्यश्च सदा नमस्यामि कृताञ्जलि: ।।नमो गणेभ्य: सप्तभ्यस्तथा लोकेषु सप्तसु ।स्वयम्भुवे नमस्यामि ब्रह्मणे योगचक्षुषे ।।
सोमाधारान् पितृगणान् योगमूर्तिधरांस्तथा ।यह भी पढ़ें - Indira Ekadashi 2024: इंदिरा एकादशी की कथा के बिना पूर्ण नहीं होता व्रत, सुनने मात्र से मिल जाता है पूरा फल
नमस्यामि तथा सोमं पितरं जगतामहम् ।।अग्रिरूपांस्तथैवान्यान् नमस्यामि पितृनहम् ।अग्रीषोममयं विश्वं यत एतदशेषत: ।।ये तु तेजसि ये चैते सोमसूर्याग्रिमूर्तय: ।जगत्स्वरूपिणश्चैव तथा ब्रह्मस्वरूपिण: ।।तेभ्योखिलेभ्यो योगिभ्य: पितृभ्यो यतामनस: ।नमो नमो नमस्तेस्तु प्रसीदन्तु स्वधाभुज ।।