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Saphala Ekadashi 2024: सफला एकादशी पर भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना पूजा होगी असफल

पौष माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को सफला एकादशी के नाम से जाना जाता है। धार्मिक मत है कि सफला एकादशी का व्रत करने से साधक के रुके हुए काम पूरे होते हैं। सफला एकादशी के दिन कुछ कार्यों को करने की सख्त मनाही है जिनको करने से भगवान विष्णु नाराज हो जाते हैं और जीवन में संकटों का सामना करना पड़ता है।

By Jagran News Edited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 04 Jan 2024 04:40 PM (IST)
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Saphala Ekadashi 2024: सफला एकादशी पर भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना पूजा होगी असफल
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Saphala Ekadashi 2024: सनातन धर्म में सफला एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन साधक भगवान विष्णु की पूजा-व्रत करते हैं। ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। पौष माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को सफला एकादशी के नाम से जाना जाता है। साल 2024 की पहली एकादशी 07 जनवरी को है। धार्मिक मत है कि सफला एकादशी का व्रत करने से साधक के रुके हुए काम पूरे होते हैं। सफला एकादशी के दिन कुछ कार्यों को करने की सख्त मनाही है, जिनको करने से भगवान विष्णु नाराज हो जाते हैं और जीवन में संकटों का सामना करना पड़ता है। चलिए जानते हैं सफला एकादशी के दिन कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए।

सफला एकादशी पर न करें ये गलतियां

  • एकादशी तिथि पर चावल का सेवन करना वर्जित होता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, इस दिन चावल खाने से इंसान को अगला जन्म रेंगने वाले जीव का मिलता है।
  • एकादशी के दिन किसी से बातचीत के दौरान अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इससे सफला एकादशी व्रत के फल से वंछित रह जाएंगे।
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  • एकादशी के दिन तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से साधक के ऊपर से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा समाप्त हो जाती है।
  • सफला एकादशी के दिन पूजा स्थल को गंदा न रखें। पूजा की जगह को गंदा रखने से वास्तु दोष पैदा होता है और नकारात्मकता ऊर्जा का वास होता है। मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।
  • सफला एकादशी के अवसर पर साबुन और तेल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
  • एकादशी के दिन मन में किसी इंसान के प्रति बुरे विचार नहीं लाना चाहिए और ना ही किसी की बुराई करनी चाहिए। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और भजन-कीर्तन करना चाहिए।
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Author- Kaushik Sharma

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/जयोतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेंगी।