Move to Jagran APP

Shattila Ekadashi 2024: षटतिला एकादशी के दिन इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा, श्रीहरी होंगे प्रसन्न

एकादशी का दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित होता है। हर महीने में 2 एकादशी तिथि होती हैं। एक कृष्ण पक्ष में और दूसरी शुक्ल पक्ष में। इस बार माघ महीने के कृष्ण पक्ष की षटतिला एकादशी आज है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा और व्रत करने से सुख-शांति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

By Kaushik SharmaEdited By: Kaushik SharmaUpdated: Tue, 06 Feb 2024 09:29 AM (IST)
Hero Image
Shattila Ekadashi 2024: षटतिला एकादशी के दिन इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा, श्रीहरी होंगे प्रसन्न
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Shattila Ekadashi 2024 Shubh Muhurat: सनातन धर्म में एकादशी तिथि को अधिक खास माना जाता है। यह दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित होता है। हर महीने में 2 एकादशी तिथि होती हैं। एक कृष्ण पक्ष में और दूसरी शुक्ल पक्ष में। इस बार माघ महीने के कृष्ण पक्ष की षटतिला एकादशी आज है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा और व्रत करने से साधक को सुख-शांति का आशीर्वाद प्राप्त होता है। चलिए इस लेख में हम आपको बताएंगे षटतिला एकादशी का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में।

षटतिला एकादशी 2024 शुभ मुहूर्त

दैनिक पंचांग के अनुसार, षटतिला एकादशी तिथि की शुरुआत 05 फरवरी को शाम 05 बजकर 24 मिनट से हो गई है और 06 फरवरी को शाम 04 बजकर 07 मिनट पर तिथि समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार, इस बार षटतिला एकादशी व्रत 06 फरवरी को है।

यह भी पढ़ें: Shattila Ekadashi 2024: षटतिला एकादशी के दिन भूलकर भी न करें ये कार्य, वरना भगवान विष्णु होंगे नाराज

षटतिला एकादशी पूजा विधि

  • षटतिला एकादशी के दिन सुबह उठे और दिन की शुरुआत भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी के ध्यान से करें।
  • अब मंदिर की सफाई कर गंगाजल का छिड़काव करें।
  • इसके पश्चात चौकी पर पीला या लाल कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें।
  • अब उन्हें पीले चंदन और हल्दी, कुमकुम से तिलक करें और घी का दीपक जलाएं।
  • भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा करें।
  • अब विष्णु चालीसा और मंत्र का जाप करें। इसके बाद आरती करें।
  • अब खीर, फल और मिठाई का भोग लगाएं। भोग में तुलसी दल को शामिल करें।
  • अंत में लोगों में प्रसाद का वितरण करें।

षटतिला एकादशी का महत्व

मान्यता के अनुसार, षटतिला एकादशी व्रत करने से घर में सुख और शांति का आगमन होता है। जो लोग भगवान श्रीहरि विष्णु की विशेष कृपा चाहते हैं उन्हें इस दिन भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा करनी चाहिए।

यह भी पढ़ें: Shattila Ekadashi 2024: इस विधि से करें षटतिला एकादशी व्रत का पारण, जानें इसके नियम

डिसक्लेमर:'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'