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Varuthini Ekadashi 2024 Upay: आर्थिक तंगी से चंद दिनों में मिलेगा छुटकारा, वरुथिनी एकादशी पर जरूर करें ये उपाय

सनातन धर्म में भगवान विष्णु जी को समर्पित एकादशी तिथि विशेष महत्व रखती है। हर माह में 2 बार एकादशी व्रत किया जाता है। एक कृष्ण पक्ष और दूसरा शुक्ल पक्ष में। इस बार वैशाख माह में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि आज यानी 04 मई को है। इस एकादशी को वरुथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi 2024) के नाम से जाना जाता है।

By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Sat, 04 May 2024 09:52 AM (IST)
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Varuthini Ekadashi 2024 Upay: आर्थिक तंगी से चंद दिनों में मिलेगा छुटकारा, वरुथिनी एकादशी पर जरूर करें ये उपाय
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Kab Hai Varuthini Ekadashi 2024: हर माह में 2 बार एकादशी व्रत किया जाता है। एक कृष्ण पक्ष और दूसरा शुक्ल पक्ष में। इस बार वैशाख माह में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि आज यानी 04 मई को है। इस एकादशी को वरुथिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस खास तिथि पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है। साथ ही जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए विशेष उपाय भी किए जाते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं वरुथिनी एकादशी के दिन किए जाने वाले उपायों के बारे में।

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वरुथिनी एकादशी के उपाय (Varuthini Ekadashi Ke Upay)

  • यदि आप बिजनेस में वृद्धि चाहते हैं, तो इसके लिए वरुथिनी एकादशी के दिन पूजा के दौरान भगवान विष्णु के सामने एक रुपये का सिक्का रखें और उसकी पूजा करें। इसके बाद सिक्के को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या फिर पर्स में रख दें। माना जाता है कि ऐसा करने से बिजनेस में अपार वृद्धि होती है।
  • इसके अलावा एकादशी व्रत के पारण के समय श्रद्धा अनुसार दान-पुण्य करें। मान्यता है कि दान-पुण्य करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है।
  • वरुथिनी एकादशी के दिन सुबह उठकर स्नान करें। इसके बाद तुलसी के पौधे में जल दें और घी का दीपक जलाएं। साथ ही सच्चे मन से तुलसी मंत्र का जाप करें। मान्यता के अनुसार, इस उपाय को करने से आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है।

वरुथिनी एकादशी 2024 शुभ मुहूर्त (Varuthini Ekadashi 2024 Shubh Muhurat)

पंचांग के अनुसार, वरुथिनी एकादशी तिथि का प्रारंभ 03 मई को रात 11 बजकर 24 मिनट से हो गया है। वहीं इसका समापन अगले दिन यानी 04 मई को रात 08 बजकर 38 मिनट पर होगा। सनातन धर्म में उदया तिथि का विशेष महत्व है। ऐसे में वरुथिनी एकादशी व्रत 04 मई को रखा जाएगा।

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डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/जयोतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेंगी।