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Auspicious Yog: इन योग में किए गए कार्य देते हैं शुभ परिणाम, जीवन में मिलती है सफलता

हिंदू धर्म में कोई भी मांगलिक कार्य शुभ समय देखकर ही किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ योग ऐसे होते हैं जो व्यक्ति को विशेष लाभ दे सकते हैं। इन शुभ योग में किए गए कार्य व्यक्ति को शुभ परिणाम दे सकते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि किस शुभ योग में क्या काम करना चाहिए जिससे आपको उस कार्य में सफलता की प्राप्ति हो।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Sat, 10 Feb 2024 02:20 PM (IST)
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Auspicious Yog: इन योग में किए गए कार्य देते हैं शुभ परिणाम।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Auspicious Yog in kundli: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति के जीवन पर ग्रहों और नक्षत्रों का सकारात्मक या नकारात्मक रूप से प्रभाव पड़ता है। वहीं, ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे योग भी बताए गए हैं, जिनके कुंडली में बनने से व्यक्ति को जीवन में विशेष लाभ देखने को मिल सकता है।

होती है धन-समृद्धि की प्राप्ति

ज्योतिष शास्त्र में माना गया है कि जब कुंडली में मालव्य योग बनता है, तो इससे व्यक्ति को धन-समृद्धि की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही ज्योतिष शास्त्र में शोभन योग को भी शुभ योग माना गया है। इस योग में की गई यात्रा मंगलमय और सुखद सिद्ध होती है।

शुभ होते हैं ये योग

प्रीति योग में किए गए कार्य से मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। वहीं, माना जाता है कि सौभाग्य योग में किए गए विवाह से शादीशुदा जीवन सुखमय बना रहता है। साथ ही हर्षण योग में किए गए कार्य खुशी प्रदान करते हैं।

मिलेगा शुभ परिणाम

ज्योतिष शास्त्र में आयुष्मान योग किए गए कार्य लंबे समय तक शुभ परिणाम देते हैं। वहीं सुकर्मा योग को भी शुभ योग के रूप में देखा जाता है। इस योग में भी किए गए कार्य बिना किसी बाधा के पूरे होते हैं और उनका शुभ फल प्राप्त होता है। साथ ही वृद्धि योग में भी किए गए कार्य भी व्यक्ति को शुभ परिणाम देते हैं।

निर्माण कार्यों में मिलेगी सफलता

ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, धृति योग में रखी गई नींव से जीवन भर सुख-सुविधाएं प्राप्त होती हैं। वहीं इस योग में घर का शिलान्यास करने से जीवन आनंदमय तरीके से व्यतीत होता है। साथ ही ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ध्रुव योग में भवन या इमारत आदि का निर्माण करने से सफलता मिलती है।

इस योग में करें मांगलिक कार्य

सिद्धि योग में शुरू किए गए कार्यों से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। वहीं, वरियान योग में मांगलिक कार्य करना शुभ माना जाता है। माना जाता है कि शिव योग में ईश्वर का ध्यान करने से जीवन में सफलता मिलती है।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'