Move to Jagran APP

Budh Gochar 2024: सावन में इन 5 राशियों पर बरसेगी बुध देव की कृपा, बनेंगे सारे बिगड़े काम

ज्योतिषियों की मानें तो सावन माह की शुरुआत से पहले बुध देव (Budh Gochar 2024) अपनी राशि परिवर्तन करेंगे। बुध देव मिथुन और कन्या राशि के स्वामी हैं। वहीं कन्या राशि में बुध देव उच्च के होते हैं। इस राशि को बुध देव हमेशा ही शुभ फल देते हैं। बुध देव की कृपा से कन्या राशि को करियर में विशेष सफलता मिलती है।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 18 Jul 2024 06:06 PM (IST)
Hero Image
Budh Gochar 2024: इन राशियों पर बरसेगी शिवजी की कृपा
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Budh Gochar 2024 In Leo: ज्योतिषीय गणना के अनुसार, ग्रहों के राजकुमार बुध देव 19 जुलाई को सिंह राशि में गोचर करेंगे। बुध देव के राशि परिवर्तन से राशि चक्र की सभी राशियों पर भाव अनुसार प्रभाव पड़ेगा। इनमें 5 राशि के जातकों को सर्वाधिक लाभ प्राप्त होगा। इन राशियों पर बुध देव की विशेष कृपा बरसेगी। बुध देव 33 दिनों तक सिंह राशि में विराजमान रहेंगे। आइए, इन 5 राशियों के बारे में जानते हैं-

यह भी पढ़ें: राहु-केतु के गोचर से 4 राशियों की बदलेगी किस्मत, दूर होंगे सभी दुख और कष्ट

बुध गोचर 2024

ग्रहों के राजकुमार बुध देव 19 जुलाई को रात 08 बजकर 39 मिनट पर सिंह राशि में गोचर करेंगे। इस दौरान बुध देव 5 अगस्त से वक्री हो जाएंगे। वहीं, 22 अगस्त को सुबह 06 बजकर 37 मिनट पर सिंह राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे।

मिथुन राशि

ग्रहों के राजकुमार मिथुन राशि के स्वामी हैं। इस राशि पर बुध देव की कृपा बरसती रहती है। उनकी कृपा से मिथुन राशि के जातकों को व्यापार में विशेष सफलता मिलती है। राशि परिवर्तन के दौरान भी बुध देव की कृपा मिथुन राशि के जातकों को प्राप्त होगी। इस दौरान मिथुन राशि के जातक अपनी बुद्धिमत्ता से हर कार्य में सफलता प्राप्त होगी। सावन माह के दौरान जल में दूर्वा मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करने से सभी बिगड़े कार्य पूर्ण हो जाएंगे।

कर्क राशि

कर्क राशि के स्वामी चंद्र देव हैं और आराध्य भगवान शिव हैं। बुध एवं चंद्र के मध्य शत्रुवत संबंध है। हालांकि, राशि परिवर्तन के दौरान बुध देव कर्क राशि पर विशेष कृपा बरसेगी। इस राशि के अर्थ भाव में बुध देव विराजमान होंगे। बुध देव कारोबार के कारक माने जाते हैं। अतः कर्क राशि के जातक जो कारोबार से जुड़े हैं, उन्हें व्यापार में सफलता मिलेगी। साथ ही निवेश से लाभ प्राप्त होगा। सावन के महीने में गंगाजल में बेलपत्र मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करने से विशेष लाभ प्राप्त होगा।

कन्या राशि

बुध देव कन्या राशि के भी स्वामी हैं। बुध गोचर के दौरान कन्या राशि के व्यय भाव में विराजमान रहेंगे। इससे कन्या राशि के जातक अपने कारोबार का विस्तार कर सकते हैं। व्यापार में निवेश की सोच सकते हैं। हालाँकि, पार्टनरशिप में निवेश करने से पूर्व अपने घर के बड़े वृद्ध से अवश्य सलाह लें। सावन के महीने में कन्या राशि को विशेष लाभ प्राप्त होगा। इस राशि के जातक सावन महीने में सुविधा अनुसार देवों के देव महादेव की पूजा करें।

तुला राशि

सिंह राशि में गोचर के दौरान तुला राशि के जातकों को भी लाभ प्राप्त होगा। इस राशि के एकादश भाव में बुध देव उपस्थित रहेंगे। साथ ही सूर्य एवं शुक्र तुला राशि के करियर भाव में विराजमान हैं। इसके चलते सावन के महीने में तुला राशि के जातकों को करियर और कारोबार में सफलता मिलेगी। साथ ही धन लाभ के योग हैं। कारोबार करने हेतु मित्रों या परिवारजनों से आर्थिक मदद मिल सकती है। निवेश करने के लिए समय अनुकूल है, लेकिन निवेश से पहले अपने घर के बड़े लोगों से अवश्य सलाह लें।

वृश्चिक राशि

वर्तमान समय वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बेहद उत्तम है। देवगुरु बृहस्पति वृश्चिक राशि के जीवनसाथी भाव में विराजमान हैं। ज्योतिष इस भाव से व्यापार की भी गणना करते हैं। वहीं, ग्रहों के राजकुमार बुध देव वृश्चिक राशि के करियर भाव में विराजमान रहेंगे। इससे वृश्चिक राशि के जातक बुध एवं गुरु दोनों ग्रहों की कृपा के भागी बनेंगे। समय अनुकूल है। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। साथ ही वेतन में भी बढ़ोतरी होगी। कारोबार में भी मुनाफा देखने को मिल सकता है।

यह भी पढ़ें: सावन सोमवार पर इन 3 राशियों को मिलेगी बड़ी खुशखबरी, पद-प्रतिष्ठा में भी होगी वृद्धि

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।